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चीन की सरकारी मीडिया ने लिखा: G-7 में शामिल हुआ India तो खराब होंगे China से उसके रिश्ते
नई दिल्ली। सीमा पर पनपे विवाद के बीच चीन (China) और भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अफसरों के बैठक से पहले चीनी मीडिया ने भारत (India) पर जमकर निशाना साधा है। वहीं चीन के सरकार के प्रोपगेंडा मैगजीन ग्लोबल टाइम्स (Global Times) ने भारत को जी 7 सम्मेलन (G7 conference)में शामिल होने पर दोनों देशों के बीच रिश्ते खराब होने की बात कही है। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है, ‘चीन को ‘काल्पनिक दुश्मन’ मानने वाले छोटे से समूह (जी-7) में भारत जल्दबाज़ी में शामिल हुआ तो चीन के साथ उसके रिश्ते खराब होंगे।’
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भारत को रणनीतिक श्रेष्ठता का भ्रम है- ग्लोबल टाइम्स
बतौर लेख, ‘जी-7 के विस्तार का हिस्सा बनना भारत के हित में नहीं है, दोनों देशों के मौजूदा द्विपक्षीय रिश्ते पहले ही निचले स्तर पर जा रहे हैं।’ बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने पीएम मोदी को अमेरिका में होने वाले जी7 सम्मलेन में शामिल होनी का न्योता दिया है। वहीं ग्लोबल टाइम्स ने कटाक्ष करते हुए लिखा कि भारत ने धीरे-धीरे चीन के प्रति रणनीतिक श्रेष्ठता का भ्रम पैदा किया है। भारत के कुछ लोगों को लगता है कि चीन सीमा मुद्दे पर रियायत दे सकता है। उन्हें विश्वास है कि चीन, भारत के टूटने से डरता है और भारत को इसका लाभ हो सकता है।
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भारत को अमेरिका या किसी और के उकसावे में नहीं आना चाहिए
ग्लोबल टाइम्स ने आगे लिखा कि चीन के प्रति विरोध की मानसिकता भारत में बढ़ रही है और इसने भारतीय नीति निर्माताओं पर दबाव डाला है। चीनी और भारतीय नेताओं ने 2018 में एक अनौपचारिक शिखर बैठक की और एक महत्वपूर्ण सहमति पर पहुंच गए थे। पिछले दो वर्षों में दोनों देशों के उच्च-रैंक के अधिकारियों के बीच लगातार संपर्क बना रहा और भारतीय नेताओं ने रणनीतिक शांति दिखाई। उम्मीद है कि इस तरह की शांति विशेषकर सीमा मुद्दे पर अग्रणी भूमिका निभाएगी। चीनी मीडिया ने लद्दाख में जारी सीमा विवाद के बीच भारत को चेतावनी देते हुए कहा कि उसे अमेरिका या किसी और के उकसावे में नहीं आना चाहिए।