-
Advertisement
ईरान ने जारी किया Donald Trump की गिरफ्तारी का वॉरंट, Interpol से मांगी मदद
Last Updated on June 29, 2020 by Deepak
तेहरान। ईरान ने बगदाद में ड्रोन हमले में मारे गए अपने जनरल कासिम सुलेमानी (Qasim Sulemani) से जुड़े केस को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) और कई अन्यों का अरेस्ट वॉरंट (Arrest warrant) जारी कर इंटरपोल (Interpol) से मदद मांगी है। यह जानकारी तेहरान के अभियोजक अली अलकासीमहर ने दी। उन्होंने बताया कि ईरान ने इंटरपोल से इनके खिलाफ ‘रेड नोटिस’ जारी करने का अनुरोध किया है। ईरान (Iran) का आरोप है कि ट्रंप ने कई लोगों के साथ मिलकर बगदाद में ड्रोन स्ट्राइक की जिसमें ईरान के टॉप जनरल कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी। उसने इन सभी के खिलाफ वॉरंट निकाला है।
यह भी पढ़ें: आकाशीय बिजली से झुलसे तीन लोगों को इलाज के लिए गाय के गोबर में दबाया, दो की गई जान
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को गिरफ्तारी का कोई खतरा नहीं
ईरान ने इन लोगों पर हत्या और आतंकवाद का आरोप लगाया गया है। अली ने ट्रंप के अलावा बाकी लोगों में से किसी की पहचान नहीं जाहिर की है और दावा किया है कि ट्रंप का राष्ट्रपति पद का कार्यकाल खत्म होने के बाद भी उन्हें सजा दिलाने की कोशिश जारी रहेगी। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को गिरफ्तारी का कोई खतरा नहीं है लेकिन चूंकि ट्रंप ने एकतरफा रूप से दुनिया की शक्तियों के साथ हुए तेहरान के परमाणु समझौते से अमेरिका को वापस खींच लिया है। इस तरह के आरोपों से ईरान और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच तनाव लगातार बढ़ता साफ़ दिख रहा है। वहीं फ्रांस के लियोन में स्थित इंटरपोल ने टिप्पणी के अनुरोध पर तत्काल कोई जवाब नहीं दिया। ऐसी संभावना नहीं है कि इंटरपोल ईरान के अनुरोध को स्वीकार करेगा क्योंकि उसके दिशा-निर्देश के अनुसार वह किसी ‘राजनीतिक प्रकृति’ के मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकता है।
कासिम के मारे जाने के करीब 6 महीने बाद लिया एक्शन
ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का गिरफ्तारी वारंट कासिम के मारे जाने के करीब 6 महीने बाद जारी किया है। गौरतलब है कि ईरान संग तनातनी के बीच अमेरिका ने सैन्य कार्रवाई की थी। इस दौरान अमेरिकी स्ट्राइक में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड (IRGC) के वरिष्ठ जनरल और कुद्स फोर्स कमांडर कासिम सुलेमानी की 3 जनवरी को मौत हो गई थी। इस हमले में इराक में सक्रिय ईरान समर्थित मिलीशिया के उप कमांडर अबू मेहदी अल मुहांदीस की भी मौत हो गई थी। इस मिलीशिया समूह को पापुलर मोबिलाइजेशन फोर्स भी कहा जाता है। इनके अलावा अमेरिकी हमले में मिलीशिया के हवाई अड्डा प्रोटोकॉल अधिकारी मोहम्मद रेदा सहित पांच अन्य भी मारे गए थे। ईरान ने सुलेमानी की हत्या के बदले में इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर बैलिस्टिक मिसाइल दागी थीं।