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आपदा प्रभावितों से मिलकर बोले जयराम: तबाह परिवारों से भेदभाव हो रहा है
मंडी। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को अपने विधानसभा क्षेत्र सराज के तहत रोड और जैंशला पंचायत में आपदा प्रभावित परिवारों से मिलने (Jairam Thakur Met Disaster Affected Families) के बाद कहा कि राज्य में प्राकृतिक आपदा से जो तबाही हुई है, उसकी भरपाई न प्रदेश सरकार के और न ही केंद्र सरकार के बस की बात है। लेकिन राज्य सरकार को प्रभावित परिवारों की वेदना को महसूस कर उनके साथ भेदभाव (Allegation of Partiality) नहीं करना चाहिए। उन्होंने सरकार पर राहत राशि के वितरण में भेदभाव का आरोप लगाया।जयराम ने कहा कि अरबों रुपए की राशि सीएम राहत कोष में जमा हो चुकी है। फिर क्यों यह राशि खर्च नहीं की जा रही है? आपदा में प्रभावित परिवारों किसी को पांच हज़ार तो कहीं 1- 1 लाख रुपए की राशि दी जा रही है।
मनरेगा के ऑफलाइन काम शुरू हों
जयराम ने कहा कि मनरेगा के तहत ऑफलाइन (Offline Works Under MNREGA) काम हो सकते हैं। उससे भूमि सुधार, डंगे लगाने का काम, ग्रामीण सड़कों को बहाल करने के काम, रास्तों को फिर से बनाने के काम किया जा सकता है। सर्दियां आने वाली हैं, लेकिन सराज में कई गांवों के रास्ते तक नहीं बन पाए हैं। जयराम ने उपायुक्त मंडी को फोन करके प्रभावित इलाकों में मनरेगा के काम शुरू करने को कहा है। ग्रामीण सड़कों पर बस सेवाएं बहाल (Restore Bus Service) करने के निर्देश भी परिवहन निगम अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि जो काम समय रहते हो सकते हैं वो तत्काल होने चाहिए। दुर्भाग्य से सरकार ऐसा नहीं कर पाई। उन्होंने जैंशला में भूस्खलन की चपेट में प्राण गंवाने वाले दो लोगों के परिजनों को 25-25 हज़ार रुपए की सहायता राशि दी। उन्होंने अधिकारियों को पंडोह से कल्हनी, जनजेहली से छतरी आदि रूटों पर बसें शुरू करने को कहा है।
“मेरी माटी-मेरा देश“ कार्यक्रम में की शिरकत
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने थुनाग (Thunag) के लंबाथाच में कार्यक्रम में “मेरी माटी-मेरा देश“ कार्यक्रम में भाग लेते हुए अमृत वाटिका के लिए माटी संग्रह अभियान का शुभारंभ किया। हिमाचल के सात जिलों मंडी, शिमला, सोलन, लाहुल स्पीति, कांगड़ा, ऊना और हमीरपुर में डाक विभाग ये काम कर रहा है।
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