-
Advertisement
ट्रायल सफल : 82 दिन बाद वोल्वो बस पहुंची मनाली, विधायक व डीसी ने की बस की सवारी
Last Updated on September 28, 2023 by Soumitra Roy
हिमाचल प्रदेश में 13 और 14 अगस्त को हुई भारी बारिश के कारण कहीं बादल फटे थे तो कहीं बाढ़ आई थीं। लोग घरों से बेघर हो गए थे। बात करें मनाली (Manali) की तो वहां के सारे रोड़ तबाह हो गए थे, आवाजाही बंद हो गई थी और अन्य क्षेत्रों से संपर्क भी कट गया था। लेकिन अब सब धीरे धीरे ठीक हो रहा है। आज वीरवार के दिन मनाली के विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने पतलीकूहल में वोल्वो बस (Volvo Bus) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 82 दिन बाद वोल्वो बस मनाली पहुंची है। वोल्वो बस के ट्रायल के लिए विधायक, डीसी समेत कई अधिकारी बस में कुल्लू से मनाली पहुंचे।
बस का ट्रायल सफल
विधायक भुवनेश्वर ने बताया कि बस का ट्रायल (Bus Trial) सफल रहा है। अब वोल्वो बसें नियमित रूप से मनाली पहुंच सकेगी। मनाली अब सुरक्षित है और पर्यटकों के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है। अब वोल्वो बस पतलीकूहल से मनाली तक चलेगी। मनाली तक वोल्वो बस चलने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। अब तक वोल्वो बस पतलीकूहल (Patlikuhal) तक ही चल रही थी। विधायक भुवनेश्वर गौड़, उपायुक्त आशुतोष गर्ग आदि ने कुल्लू से लेकर मनाली तक वोल्वो बस में सफर किया। वोल्वो बस मनाली तक चलने से पर्यटन कारोबारियों के चहरे खिल गए हैं।
बादल फटने से हुई थी तबाही
आपकों बता दें कि स्वारघाट के कैंची मोड़ में 13 अगस्त की सुबह बादल फटने (Cloud Brust) से भारी तबाही हुई थी, पूरे पहाड़ सहित फोरलेन पूरी तरह जमींदोज हो गया था। इससे कुल्लू जिले का संपर्क पूरी तरह कट गया था। कई दिनों की जद्दोजहद के बाद एनएचएआई और प्रशासन ने बीबीएमबी प्रबंधन से अनुमति लेकर पंडोह बांध के बाएं तट से पीडब्लयूडी (PWD) के विश्राम गृह से होते हुए साढ़े तीन किलोमीटर लंबे अस्थायी मार्ग का निर्माण किया था। इसके बाद कुल्लू जिले का संपर्क बहाल हो पाया था। मार्ग कच्चा होने की वजह से यहां आए दिन जाम लगने से वाहन चालकों को परेशानी हो रही थी।
यह भी पढ़े:कालका-शिमला ट्रैक पर तारादेवी तक दौड़ी ट्रेन, शिमला तक अगले हफ्ते
2.30 करोड़ की राशि पीडब्लयूडी को जारी
स्वारघाट के कैंची मोड़ में बनने वाली 1800 मीटर लंबी सुरंग (Tunnel) का काम भी तेजी से चला हुआ है। सुरंग के दोनों छोर मिल चुके हैं। मार्च 2024 तक सुरंग यातायात के लिए खोल दी जाएगी। एनएचएआई मंडी के परियोजना निदेशक वरुण चारी ने कहा कि कैंची मोड़ के अस्थायी मार्ग पर टारिंग के लिए 2.30 करोड़ की राशि पीडब्लयूडी को जारी कर दी गई है।