-
Advertisement
न रेत, न बजरी; ऐसे में घर कैसे बनाएंगे आपदा प्रभावित: जयराम ने फिर घेरा
शिमला। हिमाचल प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) ने सोमवार को सुक्खू सरकार को घेरते हुए कहा कि वह आपदा प्रभावितों का पुनर्वास (Rehabilitation Of Disaster Affected Families) करने के बजाय उनके साथ मज़ाक़ कर रही है। प्रदेश में महीनों से क्रशर बंद होने की वजह से रेत-बजरी उपलब्ध नहीं है। बिना रेत (Sand) और बजरी के आपदा प्रभावित परिवार अपना घर कैसे बनाएंगे।
जयराम ने कहा कि निर्माण कार्य रुके हुए हैं। आगे सर्दी का मौसम है। ऐसे में लोगों को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ग्राम पंचायतों का काम देखने वाले ज़िला परिषद कर्मी हड़ताल पर हैं। ऐसे में मनरेगा के तहत होने वाला एक हज़ार करोड़ के काम समय पर कैसे होंगे।
यह भी पढ़े:जयराम का सुक्खू सरकार पर निशाना; वित्तीय प्रबंधन में नाकामी का लगाया आरोप
3 बार दाम बढ़े, लेकिन सीमेंट नहीं मिल रहा
सरकार ने तीन बार सीमेंट के दाम (Cement Price Hike) बढ़ा दिये, जिससे लोगों के निर्माण का खर्च और भी बढ़ गया है। इसके बाद भी प्रदेश के लोगों को समय पर सीमेंट नहीं मिला रहा है। आपदा से जूझ रहे लोगों को मनमाने क़ीमत पर भी सीमेंट उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इससे लोगों के निर्माण कार्य रुके हैं। उन्होंने कहा कि आपदा के समय में सरकार ने ऐसे निर्णय लिए हैं कि आपदा प्रभावितों के ज़ख़्म और हरे हो जाएं। जयराम ठाकुर ने कहा कि अब तो प्रदेश में बर्फ़बारी (Snowfall) भी शुरू हो गई है। आपदाग्रस्त क्षेत्रों (Disaster Affected Area) में राहत का कोई काम नहीं हुआ है। इन क्षेत्रों के आपदा प्रभावित लोग कैसे रहेंगे, यह सोचना सरकार का काम है, लेकिन सरकार ने एक बार भी इनके बारे में नहीं सोचा।