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हिमाचल में जेबीटी प्रशिक्षुओं का उग्र होने लगा आंदोलन, अब दे दी ये बड़ी चेतावनी
कुल्लू। बीएड (B.ed) डिग्री धारकों की जेबीटी टेट में एंट्री के विरोध में प्रदेश भर में जेबीटी प्रशिक्षु (JBT Trainees) सड़कों पर अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग इनकी मांगों पर कोई विचार नहीं कर रहा है। ऐसे में इन जेबीटी प्रशिक्षुओं के सब्र का बांध टूटने लगा है। जेबीटी प्रशिक्षुओं ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं तो आने वाले समय में जेबीटी प्रशिक्षु विधानसभा का भी घेराव करने से गुरेज नहीं करेंगे। जेबीटी प्रशिक्षुओं का कहना है कि बीएड और जेबीटी का मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। बावजूद इसके शिक्षा बोर्ड (Education Department) ने नोटिफिकेशन जारी कर दी है। इससे साफ है कि शिक्षा विभाग कोर्ट (Court) के आदेशों की उल्लंघना कर रहा है।
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बता दें कि जेबीटी प्रशिक्षु अपनी मांगों को लेकर प्रदेश भर में कक्षाओं का बहिष्कार कर सरकार और शिक्षा विभाग के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर रहे हैं। शुक्रवार को कुल्लू जिला में भी जेबीटी प्रशिक्षुओं ने जमकर प्रदर्शन किया। कुल्लू महाविद्यालय (Kullu College)के गेट से लेकर डीसी कार्यालय तक जेबीटी प्रशिक्षुओं ने शिक्षा विभाग और सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद जेबीटी प्रशिक्षु संघ ने डीसी के माध्यम से सीएम जयराम व राज्यपाल को ज्ञापन (Memorandum) भेजकर नोटिफिकेशन रद्द करवाने की मांग की।
जेबीटी प्रशिक्षु चुनी लाल, सुनील कुमार सहित अन्यों ने मांग की है कि बीएड डिग्री धारकों को जेबीटी टेट (JBT TET) की परीक्षा में ना लिया जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के इस फैसले के बाद प्रदेश के 50000 जेबीटी प्रशिक्षुओं के भविष्य पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। ऐसे में प्रदेश के हजारों जेबीटी प्रशिक्षुओं को अपने भविष्य की चिंता सता रही है। जेबीटी प्रशिक्षुओं का कहना है कि एक तरफ जहां मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। वहींए दूसरी तरफ शिक्षा विभाग के द्वारा जारी नोटिफिकेशन में बीएड डिग्री धारकों को भी जेबीटी टेट के लिए एलिजिबल किया गया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक शिक्षा विभाग नोटिफिकेशन रद्द नहीं कर देता तब तक प्रदेश भर में जेबीटी प्रशिक्षु कक्षाओं का बहिष्कार करेंगे और आने वाले समय में उग्र आंदोलन किया जाएगा।