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न्यायमूर्ति ज्योत्सना रिवाल दुआ ने High Court के स्थाई न्यायाधीश की शपथ ली
Last Updated on July 28, 2020 by Deepak
शिमला। न्यायमूर्ति ज्योत्सना रिवाल दुआ ने आज हिमाचल हाईकोर्ट (High Court) के स्थाई न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। उन्हें हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश लिंगप्पा नारायण स्वामी ने पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। इससे पहले, वह उच्च न्यायालय की अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में कार्य कर रही थीं। उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान, न्यायमूर्ति सुरेश्वर ठाकुर, न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर, न्यायमूर्ति संदीप शर्मा, न्यायमूर्ति चंदर भूषण बारोवालिया और न्यायमूर्ति अनूप चिटकारा ने वीडियो कांफ्रेंस (Video Conference) के माध्यम से शपथ समारोह में भाग लिया। रजिस्ट्रार जनरल वीरेंद्र सिंह ने कार्यवाही का संचालन किया। उन्होंने भारत के राष्ट्रपति द्वारा जारी नियुक्ति के वारंट को पढ़ा।
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जस्टिस ज्योत्सना रिवाल दुआ का सिरमौर जिला के नाहन में 25 मई, 1969 को जन्म हुआ था। उन्होंने गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, नालागढ़, जिला सोलन (Solan) से स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद मेधावी विद्यार्थी के रूप से हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला में वर्ष 1988 कदम रखा। उन्होंने वर्ष 1991 में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से एलएलबी (LLB) की डिग्री तीन स्वर्ण पदकों के साथ पूरी की। वर्ष 1989 उन्होंने अंतर-विश्वविद्यालय मूट कोर्ट प्रतियोगिता में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित् किया और उन्हें इस आयोजन में सर्वश्रेष्ठ महिला छात्र अधिवक्ता प्रमाणपत्र और मेरिट प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया। उन्होंने दिसंबर 1991 में हिमाचल प्रदेश बार काउंसिल से एक वकील (Advocate) के रूप में लाइसेंस लिया और तब से ही स्वतंत्र रूप से वकालत करना शुरू कर दिया। उन्हें जुलाई, 2015 में वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया था। उन्होंने मुख्य रूप से हिमाचल प्रदेश के उच्च न्यायालय शिमला में वकालत की। इसके अलावा उन्होंने राज्य प्रशासनिक न्यायाधिकरण शिमला में वकालत की। प्रारंभिक वर्षों में उन्होंने मंडल आयुक्त, शिमला, वित्तीय आयुक्त (राजस्व), शिमला और राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग शिमला के समक्ष भी वकालत की। उन्होंने ज्यादातर सिविल, संवैधानिक, पर्यावरण और सेवा सम्बन्धी मामलों में महारथ हासिल की। उन्हें 30 मई, 2019 को हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई गई थी।
कोविड -19 (Covid-19) महामारी की रोकथाम के उपायों को ध्यान में रखते हुए, कोई औपचारिक समारोह आयोजित नहीं किया गया था और शपथ समारोह का सीधा प्रसारण यू ट्यूब पर किया गया था।