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अच्छे CIBIL स्कोर के कई हैं फायदे, ऐसे कर सकते हैं आप अपना सिबिल स्कोर मेंटेन
नई दिल्ली। आज कल सिबिल स्कोर (CIBIL) का बहुत महत्व है। एक बार सिबिल स्कोर खराब हो जाए तो लोन (Loan) या क्रेडिट कार्ड (Credit Card) लेने में आपको काफी दिक्कत हो सकता है। अच्छा सिबिल स्कोर होने के कई फायदे हैं। सिबिल स्कोर अच्छा रहने पर कम ब्याज दर (Intrest Rate) पर आसानी से लोन मिल जाता है। वहीं, अधिकतम लिमिट तक के क्रेडिट कार्ड मिल जाते हैं। इस कारण आज कल सिबिल स्कोर का काफी महत्व हो गया है। आज हम आपको क्रेडिट स्कोर कैसे सही किया जा सकता है, इस बारे में तसल्ली से बताने जा रहे हैं।
पहले जानते हैं क्या होता है सिबिल स्कोर
बैंक और वित्तीय संस्थान किसी भी ऋण को देने से पहले CIBIL स्कोर की जांच करते हैं। सीआईबीआईएल चेक क्रेडिट स्कोर उत्पन्न करता है, जो आमतौर पर 300 और 900 के बीच 3 अंकों की संख्या होती है। 300 से नीचे का स्कोर बेहद खराब है, जबकि 900 का स्कोर आदर्श रूप से सबसे अच्छा है।
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क्या वजह है सिबिल स्कोर खराब हो जाता है
मान लेते हैं कि आपने किसी बैंक से किसी काम के लिए लोन लिया है। बैंक उस लोन को चुकाने के लिए महीने, तिमाही या अधर्वाषिक तरीके से किस्त जमा करने के लिए एक रकम तय कर देता है। अगर आप लोन की किस्त तय समय पर नहीं चुकाते हैं या फिर लोन की पूरी रकम का भुगतान समय पर नहीं करते हैं तो इससे आपका सिबिल स्कोर खराब हो जाएगा। क्रेडिट कार्ड को लेकर भी यही फॉर्मूला बैंक व फाइनेंस कंपनियां तय करती हैं। बैंक अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मैंटेन ना करने या माइनस में बैलेंस होने पर भी आपका क्रेडिट स्कोर खराब होता है।
कैसें करें अपना CIBIL स्कोर ठीक
अगर आपने लोन या कोई अन्य EMI और क्रेडिट कार्ड बकाया को तय समय से पहले चुका दिया जाना चाहिए। आप ये आदत बनाए रखेंगे तो आपका क्रेडिट स्कोर सुधरता जाएगा। इसमें लापरवाही बिल्कुल ना करें।
क्रेडिट का लिमिट में इस्तेमाल
जब आप क्रेडिट कार्ड लेते हैं तो उसमें खर्च की एक लिमिट होती है। इसे क्रेडिट लिमिट कहते हैं। सिबिल स्कोर अच्छा रखने के लिए जरूरी है कि क्रेडिट लिमिट के 30% से ज्यादा का इस्तेमाल न किया जाए। अगर आप इस लिमिट से ज्यादा क्रेडिट कार्ड से खर्च करते हैं तो आपको क्रेडिट का अधिक उपयोग करने वाले व्यक्ति के रूप में देखा जाता है। यह आपके सिबिल स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
अलग-अलग तरह के लोन का भुगतान
एक व्यक्ति जिसका कर्ज लौटाने का अच्छा रिकॉर्ड होता है उसका क्रेडिट स्कोर उतना ही अच्छा होता है। ऐसे में अगर आपने अभी तक कोई कर्ज नहीं लिया है तो अपने जरूरत के लिए कोई लोन ले सकते हैं इसे समय पर वापस करने पर भी आपका सिबिल स्कोर सुधरेगा। अच्छा सिबिल स्कोर बनाने के लिए अच्छी लोन हिस्ट्री का होना जरूरी है। इसमें सिक्योर्ड या अनसिक्योर्ड, शॉर्ट टर्म या लॉन्ग टर्म अलग-अलग प्रकार के कर्ज शामिल हो सकते हैं।
बंद मत करें क्रेडिट कार्ड अकाउंट
वहीं, आपको क्रेडिट कार्ड अकाउंट बंद करने से बचना चाहिए। इससे शॉपिंग करते रहें। वहीं, बिल का भुगतान भी समय समय पर करते रहें। इसके अलावा लगातार अपने ज्वाइंट अकाउंट खातों की सिबिल स्कोर की समीक्षा भी आपको करते रहना चाहिए। ज्वाइंट लोन के मामले में उपभोक्ता पर ईएमआई के पेमेंट की बराबर की जिम्मेदारी होती है। जिसका क्रेडिट स्कोर पर सीधा असर पड़ता है। वहीं, खास बात यह है कि अच्छा क्रेडिट स्कोर आपको आसानी से और कम ब्याज पर दिलाता है लोन दिलाता है।
कम से कम अपने सिबिल स्कोर 750 पर मेंटेन करें
बैंक या फाइनेंस कम्पनियों का सिबिल स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। अगर आपका स्कोर 750 से अधिक है तो कर्ज मिलना बेहद आसान हो जाता है। इसलिए आप इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि आपका सिबिल स्कोर 750 से अधिक पर बना रहे। सिबिल स्कोर 24 महीने की क्रेडिट हिस्ट्री के हिसाब से बनता है।
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