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कैंसर से जंग हार गया अमलेला का जवान, बहन ने दी भाई की चिता को मुखाग्नि
Last rites of Army Jawan Aniket: जिला कांगड़ा के जवाली विधानसभा क्षेत्र के अधीन पंचायत अमलेला के 25 वर्षीय जवान अनिकेत का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में किया गया। अनिकेत कैंसर से लड़ते-लड़ते अपनी जिंदगी की जंग हार गया। वर्ष 2019 में अनिकेत 21डोगरा में बतौर सिपाही भर्ती हुआ तथा लेह लद्दाख (leh ladakh)में कार्यरत था। पिछले आठ माह से वह आर्मी अस्पताल दिल्ली (Army Hospital Delhi) में उपचाराधीन था। 6 मार्च जवान ने अंतिम सांस ली। शुक्रवार को जवान की पार्थिव देह उनके घर पहुंची तो हर तरफ चीखोपुकार मच गई। आर्मी की टुकड़ी ने हवा में फायर दाग कर अंतिम सलामी दी। बहन आकांक्षा ने अपने भाई की चिता को मुखाग्नि दी।
लेह लद्दाख में कार्यरत था अनिकेत
अनिकेत का जन्म वर्ष 2000 में अमलेला निवासी राकेश कुमार व नीलम के घर हुआ। अनिकेत के पिता दर्जी का काम करते हैं और माता नीलम देवी आंगनवाड़ी वर्कर है जबकि सैनिक की बहन आकांक्षा चौधरी ने इसी साल बीकॉम की पढ़ाई पूरी की है। वर्ष 2019 में अनिकेत 21डोगरा में बतौर सिपाही भर्ती हुआ तथा लेह लद्दाख में कार्यरत था। 6 मार्च गुरुवार को देर सायं जवान ने अंतिम सांस ली। इसकी सूचना मिलते ही परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। शुक्रवार को शहीद जवान की पार्थिव देह उनके घर पहुंची। माता-पिता, बहन सहित परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हुआ। इस मौके पर तहसीलदार नगरोटा सूरियां शिखा, बीजेपी नेता संजय गुलेरिया, अमलेला पंचायत पूर्व प्रधान प्रभात सिंह सहित इलाके लोग जवान की अंतिम यात्रा में शामिल हुए की।
रविन्द्र चौधरी