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शादी का कार्ड हुआ वायरल: वकील ने यहीं बता डाले विवाह से जुड़े अधिनियम, लोगों ने किए जमकर कमेंट्स
नई दिल्ली। शादी बेहद खास लम्हा होता है। इस खास लम्हे को सभी यादगार बनाना चाहते हैं। इसके लिए तरह तरह के अनोखे तरीके अपनाते हैं। खासकर शादी के कार्ड क्रिएटिविटी से भरे होते हैं। वहीं, इन दिनों कार्ड पर सामाजिक संदेश देने का चलन चला हुआ है। जैसे अभी हाल ही में सोशल मीडिया पर अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव की तस्वीरों के साथ समाजवादी पार्टी के रंगों में छपे यूपी के शादी का कार्ड (wedding card) वायरल हुआ था। वहीं, मदुरै के एक जोड़े की शादी का कार्ड जिसपर उन्होंने क्यूआर कोड प्रिंट किया था काफी वायरल हुआ।
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ऐसे ही कुछ शादी के कार्डों की लिस्ट में गुवाहाटी, असम के एक वकील का वेडिंग कार्ड (Lawyer wedding card viral) भी शामिल हो गया है। कपल ने अपने खास दिन के लिए एक संविधान-थीम वाला शादी का कार्ड छपवाया है। कार्ड में समानता का प्रतिनिधित्व करने के लिए न्याय के तराजू के दोनों ओर दूल्हा और दुल्हन के नाम लिखे गए हैं। शादी के निमंत्रण में भारतीय विवाहों को नियंत्रित करने वाले कानूनों और अधिकारों का भी उल्लेख है। कार्ड में लिखा है, “विवाह का अधिकार भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत जीवन के अधिकार का एक घटक है। इसलिए, यह मेरे लिए इस मौलिक अधिकार का उपयोग करने का समय रविवार 28 नवंबर 2021 को है।” निमंत्रण में आगे कहा गया है, “जब वकीलों की शादी होती है, तो वे ‘हां’ नहीं कहते हैं, वे कहते हैं -‘हम नियम और शर्तों को स्वीकार करते हैं।”
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अब संविधान की बातों पर बनायी गई शादी कार्ड सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काफी वायरल हो रहा है। जबकि कुछ लोगों ने इस पर मजाकिया लहजे में कहा कि इसे पढ़ने के बाद क्लैट का आधा सिलेबस पूरा हो गय, कुछ लोगों ने कौतूहल भरे लहजे में पूछा कि क्या शादी कोर्ट थीम लहजे में होगी। जबकि एक यूजर्स ने इसे कोर्ट का समन बताया है। वहींस, दूसरे ने कहा, “वह शख्स अभी भी अपने नाम के आगे ‘एडवोकेट’ लगाने से चूक गया है।” वहीं, किसी ने सुझाया कि “पंडित की जगह जज को बैठा लो।” वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, “सजावट के बारे में सोच रहा हूं… कोर्ट थीम.”