-
Advertisement
हंगामे के बाद #Loksabha की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित, जींद महापंचायत में शामिल होंगे टिकैत
नई दिल्ली। कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ एक ओर जहां किसान सड़कों पर प्रदर्शन (Protest) कर रहे हैं तो वहीं ये लड़ाई अब संसद (Sansad) भी पहुंच गई है। भारी हंगामे के चलते आज दोपहर को ही राज्यसभा की कार्यवाही (Proceedings) भी बुधवार तक के लिए स्थगित करनी पड़ी थी। अब लोकसभा की कार्यवाही (Lok Sabha Proceedings) भी भारी हंगामे के बाद कल सुबह नौ बजे तक के लिए स्थगित (Adjourned) कर दी गई है। आज लोकसभा की कार्यवाही में विपक्ष (Opposition) ने बार-बार व्यवधान डाला। विपक्ष द्वारा बार-बार की जा रही नारेबाजी के चलते सदन को कई बार स्थगित करना पड़ा, लेकिन जब सदन फिर शुरू होता तो विपक्ष हंगामा करने लगता। ऐसे में शाम सात बजे लोकसभा की कार्यवाही फिर से शुरू हुई तो विपक्ष के सांसदों ने हंगाम करना शुरू कर दिया। ऐसे में कल सुबह नौ बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थिगत कर दी गई है।
यह भी पढ़ें:#Haryana : इंटरनेट सर्विस शुरू ना करने पर ग्रामीणों ने किया चक्का जाम, सात जिलों में बंद है Internet
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कृषि कानूनों का बचाव करते हुए कहा कि विपक्ष कृषि कानूनों को लेकर भ्रामक प्रचार कर रहा है। विपक्ष द्वारा प्रचार किया जा रहा है कि नए कृषि कानून से किसानों की जमीन चली जाएगी। उन्होंने कहा कि मैं ईमानदारी से कहता हूं यदि किसानों की जमीन का एक भी इंच चला गया तो मैं हमेशा के लिए अपना मंत्री पद त्याग दूंगा और राजनीति भी छोड़ने के लिए तैयार हूं।
इसके अलावा भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पर लगातार धरना दे रहे हैं। किसान आंदोलन को फिर लगातार समर्थन मिलने के बाद अब उनके तेवर भी बदलने शुरू हो गए हैं। अब राकेश टिकैत ने कहा कि वह कल हरियाणा के जींद में महापंचायत में शामिल होंगे। इस बीच देखना होगा कि राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही कल भी सुचारू रूप से चल पाती है या फिर विपक्ष के हंगामे के चलते कल के दिन भी कार्यवाही बाधित होती है।