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मल्लिकार्जुन खड़गे बने कांग्रेस के नए चीफ-थरूर को हराया
Last Updated on October 19, 2022 by saroj patrwal
अंततः 24 साल बाद कांग्रेस को मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) के रूप में गैर-गांधी अध्यक्ष (Non-Gandhi President) मिल ही गया। पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे को जीत मिली है। उन्होंने शशि थरूर (Shashi Tharoor) को हराकर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर जीत दर्ज की है। मल्लिकार्जुन खड़गे को 7897 वोट मिले जबकि उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे शशि थरूर को 1072 वोट मिले, 416 वोट अमान्य हो गए। करीब 9500 डेलीगेट (निर्वाचक मंडल के सदस्यों) ने पार्टी के नए अध्यक्ष (Congress President) के चुनाव के लिए बीते सोमवार को मतदान किया था। अध्यक्ष पद के लिए अब तक 1939, 1950, 1977, 1997 और 2000 में चुनाव हुए हैं। इस बार पूरे 22 वर्षों के बाद अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ है।
इस चुनाव से 24 साल बाद गांधी परिवार (Gandhi Family) के बाहर कोई नेता देश की सबसे पुरानी पार्टी का अध्यक्ष चुना गया। इससे पहले (Sitaram Kesari) सीताराम केसरी गैर-गांधी अध्यक्ष रहे थे। कांग्रेस अध्यक्ष बनते ही अब मल्लिकार्जुन खड़गे के आगे चुनौती होगी कि वह अपनी सामाजिक पहचान के जरिए कुछ जनाधार कांग्रेस का बढ़ा सकें। यही नहीं अध्यक्ष बनते ही उनके आगे बड़ी चुनौती यह है कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश (Gujarat and Himachal Pradesh) के विधानसभा चुनावों में पार्टी की स्थिति बेहतर करें। हिमाचल के चुनाव में तो अब तीन सप्ताह का ही वक्त बचा है। खड़गे के सामने यह भी चुनौती है कि वह एक तरफ स्वतंत्र होकर सही निर्णय लें और गांधी परिवार से टकराव भी ना लें।