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नए दौर की शुरुआत : दिल्ली को Driverless Metro की सौगात, #PMModi ने दिखाई हरी झंडी
Last Updated on December 28, 2020 by
नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो (Delhi metro) में आज से नए दौर की शुरुआत हो गई है। पीएम नरेंद्र मोदी ने देश की पहली ड्राइवरलेस मेट्रो को हरी झंडी दिखाई। पहले चरण में ड्राइवरलेस मेट्रो मजेंटा लाइन पर जनकपुरी पश्चिम से नोएडा के बॉटनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन तक दौड़ेगी, जिसे बाद में आगे भी बढ़ाया जाएगा।
LIVE: PM Shri @narendramodi inaugurates driverless train operations on Delhi Metro's Magenta Line.https://t.co/LXDhCsgJhJ
— BJP (@BJP4India) December 28, 2020
इसके साथ ही वे एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन (Airport Express Line) पर नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड सेवाओं (National Common Mobility Card service) का भी शुभारंभ किया गया। नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड आने वाले समय में पूरे देश की मेट्रो में किराया भुगतान के लिए लागू किया जाएगा। इसका फायदा यह होगा कि एक ही कार्ड से यात्री देश के किसी भी शहर की मेट्रो में सफर कर सकेंगे।
"आधुनिकीकरण के लिए एक ही तरह के मानक और सुविधाएं उपलब्ध कराना बहुत जरूरी है।
राष्ट्रीय स्तर पर कॉमन मोबिलिटी कार्ड इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। "
– पीएम श्री @narendramodi . pic.twitter.com/897c7sIq96
— Mann Ki Baat Updates मन की बात अपडेट्स (@mannkibaat) December 28, 2020
मुझे आज से लगभग 3 साल पहले मजेंटा लाइन के उद्घाटन का सौभाग्य मिला था।
आज फिर इसी रुट पर देश की पहली ऑटोमेटिड मेट्रो का उद्घाटन करने का अवसर मिला।
ये दिखाता है कि भारत कितनी तेजी से स्मार्ट सिस्टम की तरफ आगे बढ़ रहा है।
– पीएम श्री @narendramodi pic.twitter.com/sHXW9xvipg
— BJP (@BJP4India) December 28, 2020
मेट्रो खुद सभी स्टेशनों पर रुकेगी और दरवाजे भी खुद खुलेंगे
खास बात यह है कि इससे आम लोगों को सुखद परिवहन के साथ अनुकूल यातायात का लाभ मिलेगा। दिल्ली मेट्रो के अनुसार चालक रहित ट्रेनें पूरी तरह से स्वचालित होंगी। इससे संचालन से संभावित मानवीय भूल को खत्म किया जा सकेगा। मजेंटा लाइन पर मानव रहित मेट्रो के परिचालन की शुरुआत के बाद पिंक लाइन पर अगले साल के मध्य तक मानव रहित मेट्रो का परिचालन शुरू किए जाने की संभावना है। बता दें कि 37 किलोमीटर लंबी मजेंटा लाइन पर 25 स्टेशन हैं।
RRTS metro system will reduce the time of Delhi-Meerut commute by at least an hour.
Metro Lite is being implemented in cities with lighter metro-using population at just 40% cost of original metro development costs: PM Shri @narendramodi pic.twitter.com/NxEvzGwgWW
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इसमें 10 एलिवेटेड व 15 भूमिगत स्टेशन हैं। इस कॉरिडोर पर दो चरणों में परिचालन शुरू हुआ था। सबसे पहले 25 दिसंबर 2017 को बाटेनिकल गार्डन से कालकाजी ( Kalkaji from Botanical Garden)के बीच मेट्रो ने रफ्तार भरी थी। इसके बाद 29 मई 2018 को कालकाजी से जनकपुरी पश्चिम के बीच मेट्रो सेवा उपलब्ध हो गई। तब से मजेंटा लाइन के पूरे हिस्से पर मेट्रो का परिचालन हो रहा है। मौजूदा समय में मेट्रो में चालक मौजूद होते हैं।
आज तमाम व्यवस्थाओं को एकीकृत करके देश की ताकत को बढ़ाया जा रहा है, एक भारत-श्रेष्ठ भारत को मजबूत किया जा रहा है।
वन नेशन, वन मोबिलिटी कार्ड की तरह ही बीते वर्षों में हमारी सरकार ने देश की व्यवस्थाओं का एकीकरण करने के लिए अनेक काम किए हैं।
– पीएम श्री @narendramodi pic.twitter.com/4TnKccGyCZ
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चालक रहित मेट्रो के परिचालन के ट्रायल व मेट्रो रेल संरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) की ओर से सुरक्षा मानकों की जांच के बाद सुविधा शुरू करने का फैसला किया गया है। चालक रहित तकनीक से चलने वाली हर मेट्रो ट्रेन का एक पहचान नंबर होगा। इसके मुताबिक केंद्रीय कंट्रोल रूप में बैठकर मेट्रो के कर्मचारी हर मेट्रो ट्रेन के लिए कंप्यूटर से यह कमांड दे सकेंगे कि मेट्रो को कब डिपो से निकलकर ट्रैक पर उतरना है। कंट्रोल रूम से ही मेट्रो की गति नियंत्रित की जा सकेगी।
वन नेशन, वन राशनकार्ड, से एक स्थान से दूसरे स्थान जाने वाले नागरिकों को नया राशनकार्ड बनाने के चक्करों से मुक्ति मिली है।
इसी तरह नए कृषि सुधारों और e-NAM जैसी व्यवस्थाओं से वन नेशन, वन एग्रीकल्चर मार्केट की दिशा में देश आगे बढ़ रहा है।
– पीएम pic.twitter.com/zDrKNvWMWC
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मेट्रो खुद सभी स्टेशनों पर रुकेगी और दरवाजे भी खुद खुलेंगे और बंद होंगे। मजेंटा व पिंक लाइन पर चलने वाली मेट्रो भी अत्याधुनिक हैं। मेट्रो के आगे भी कैमरे लगे हैं और पहियों में भी सेंसर है। इसलिए ट्रैक पर कोई अवरोध होने पर खुद इमरजेंसी ब्रेक लग जाएगी। डीएमआरसी पहले ही इस तकनीक को पूरी तरह सुरक्षित बता चुका है। इस तकनीक का फायदा यह है कि आने वाले समय में महज 90 सेकेंड के अंतराल पर मेट्रो उपलब्ध हो सकेगी।