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नई दिल्ली। एक तरफ देश निर्भया के दोषियों के फांसी पर लटकने का इंतजार कर रहा है वहीं दोषी किसी न किसी तरह खुद को बचाने की कोशिश में जुटे हैं। निर्भया (Nirbhaya) के दोषी मुकेश की दया याचिका गृह मंत्रालय ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द को भेज दी है। सूत्रों का कहना है कि गृह मंत्रालय ने राष्ट्रपति से इस याचिका को खारिज कर मौत की सजा बरकरार रखने की सिफारिश की है। बताया जा रहा है कि गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) ने राष्ट्रपति को देर रात सिफारिश भेजी है। उपराज्यपाल अनिल बैजल ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से निर्भया गैंगरेप मामले के दोषियों में शामिल मुकेश की दया याचिका खारिज करने की सिफारिश की है।
निर्भया मामले के एक दोषी मुकेश ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका लगाकर फांसी की सजा (Sentence to death) माफ करने का आग्रह किया है। मुकेश की याचिका को जेल प्रशासन ने दिल्ली सरकार को भेज दिया था। इस याचिका को दिल्ली सरकार ने खारिज करने की सिफारिश करते हुए बुधवार को उपराज्यपाल के पास भेज दिया था। गृह मंत्रालय के अधिकारी के मुताबिक मुकेश की दया याचिका केंद्रीय गृह मंत्रालय पहुंच गई है। याचिका की जांच की जा रही है और जल्द ही एक उचित निर्णय लिया जाएगा।
दोषी मुकेश ने पटियाला हाउस कोर्ट से जारी डेथ वारंट (Death warrant) के खिलाफ हाईकोर्ट में गुहार लगाई थी। उसने कहा था कि उसकी दया याचिका लंबित है। जिसकी वजह से 22 जनवरी को दी जाने वाली फांसी को निरस्त किया जाए। हालांकि हाईकोर्ट ने सुनवाई से इंकार करते उसे निचली अदालत में जाने का निर्देश दिया था। गौर हो कि चार दोषियों मुकेश, विनय, अक्षय और पवन गुप्ता को 22 जनवरी की सुबह 7 बजे तिहाड़ जेल में फांसी दी जानी है।
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