-
Advertisement
Chamba में मिंजर तो शुरू, पर मेला गायब- पहली बार सूना दिखेगा ऐतिहासिक चौगान
Last Updated on July 26, 2020 by
चंबा। पारंपरिक रस्मों के साथ आज मिंजर का शुभारंभ हो गया। पर मेला गायब हो गया है। यानि इस बार मिंजर शुरू हुई है, मिंजर मेला नहीं। ऐसा पहली बार होगा जब मिंजर के दौरान ऐतिहासिक चौगान सूना दिखेगा। चंबा का मिंजर मेला अंतरराष्ट्रीय मेला है। चंबा के लोगों की आस्था का प्रतीक है। मिंजर के वक्त चंबा जिला के कौने कौने से लोग मिंजर मेले में खरीददारी करने आते थे। रविवार से रविवार तक चलने वाले मेले में लोग जमकर खरीददारी करते थे। करोड़ों का कारोबार होता था। इस बार कोरोना के चलते मिंजर की औपचारिकताएं हीं निभाई जा रही हैं। इस बार ना तो मेला सजेगा और ना ही सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। लोग कूंजड़ी मल्हार गायन का घर बैठे लुत्फ ले सकेंगे।
यह भी पढ़ें: रस्म अदायगी के साथ कल से शुरू होगा Chamba का ऐतिहासिक मिंजर मेला
मिंजर के शुभारंभ पर विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज (Assembly Deputy Speaker Hansraj) की अगुवाई में नगर परिषद परिसर से शोभायात्रा निकली, जिसमें चंबा के विधायक पवन नैयर, जिला मार्केट कमेटी अध्यक्ष डीएस ठाकुर, डीसी विवेक भाटिया, पुलिस अधीक्षक डॉ. मोनिका, अतिरिक्त उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल, नगर परिषद अध्यक्ष नीलम नैयर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रमन शर्मा, एसडीएम शिवम प्रताप सिंह के अलावा पार्षदों व अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
कोविड-19 की एहतियात के साथ पूरी हुई शुभारंभ की रस्मों में लक्ष्मी नारायण, भगवान रघुवीर व अन्य मंदिरों में मिंजर अर्पित की गई, जिसमें परंपरा के अनुसार मिर्जा परिवार के एजाज मिर्जा भी शामिल हुए। शोभायात्रा ऐतिहासिक चौगान में ध्वजारोहण के साथ संपन्न हुई। इस मौके पर कूंजड़ी मल्हार गायन भी प्रस्तुत किया गया। नगर परिषद द्वारा विधानसभा उपाध्यक्ष समेत अन्यों को मिंजर भेंट की गई, जबकि एजाज मिर्जा को सम्मानित भी किया गया। विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने कहा कि मिंजर चंबा जिला के लोगों की धार्मिक आस्था और विश्वास के अलावा सांप्रदायिक सौहार्द की प्रतीक भी है। विधानसभा उपाध्यक्ष ने मिंजर की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मिंजर सबके जीवन में खुशहाली लाए।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए like करे हिमाचल अभी अभी का facebook page