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श्रम बोर्ड में मजदूरों का पंजीयन रोकने के खिलाफ हल्ला बोल, कॉपियां जलाईं
सुभाष चंदेल/स्वारघाट। मनरेगा मजदूरों (MNREGA Labor) को श्रम कल्याण बोर्ड (Labor Welfare Board) में पंजीयन करने से रोकने वाली हिमाचल सरकार की अधिसूचना (Notification) के खिलाफ मंगलवार को श्री नैना देवी विधानसभा क्षेत्र के मजदूरों ने भारी विरोध प्रदर्शन (Agitation) किया। सीटू, इंटक समेत 6 मजदूर संगठनों के झंडे तले सड़क पर उतरे मजदूरों ने अधिसूचना को वापस लेने और पंजीयन (Registration) पर लगी रोक हटाने की मांग करते हुए अधिसूचना की कॉपियां जलाईं।
श्रम कल्याण बोर्ड में इस समय मनरेगा के तहत काम करने वाले 4 लाख 30 हजार मजदूर पंजीकृत हैं। हिमाचल की सुक्खू सरकार (Sukhu Govt) ने कुर्सी पर बैठने के अगले ही दिन अधिसूचना निकालकर मजदूरों का बोर्ड में पंजीयन रोक दिया था। इसकी अधिसूचना जारी की गई थी।
मजदूरों को एक साल से कोई लाभ नहीं मिला: बैस
नैना देवी विधानसभा क्षेत्र के नैनादेवी टोबा बैहल आदि क्षेत्रों के मजदूरों ने अधिसूचना की प्रतियां जलाकर अपना विरोध जताया। मजदूर नेता जगतार बैस ने अधिसूचना को हिमाचल प्रदेश के मजदूरों के साथ सरकार का भद्दा मजाक बताते हुए कहा कि मनरेगा मजदूर एक साल से श्रमिक कल्याण बोर्ड से मिलने वाले लाभ से वंचित हैं। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि बोर्ड में मनरेगा मजदूरों का रजिस्ट्रेशन दोबारा शुरू करवाया जाए और अधिसूचना को रद्द किया जाए।