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पथराई मां की आंखें; 17 दिन बीत गए, अब तक नहीं मिले बेटी, ननद और नातिन के शव
मंडी। सांबल हादसे को 17 दिन बीतने के बाद भी एक मां को अपनी बेटी, ननद और नातिन के शवों (Waiting For The bodies of 3 Missing Persons) का इंतजार है। इस हादसे में घायल होकर एक पैर गंवा चुकीं मां की आंखें अब पथरा गई हैं। मां अंजू देवी ने अब प्रशासन से ज्यादा मशीनरी लगाकर लापता शवों को तलाशने की गुहार लगाई है।
सांबल हादसे में 17 दिन से लापता मोनिका, रविता और मासूम सानिया का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। प्रशासन की मशीनरी शवों को तलाशती हुई उस स्थान तक पहुंच गई है, जहां पर घर था। घर का मलबा भी मिल गया है। मलबे में दबे घर का कुछ सामान भी मिल गया है, लेकिन शवों का कहीं कोई सुराग नहीं है। मोनिका की मां अंजू देवी रोजाना बाड़ी गुमाणू गांव से सांबल पहुंच रही हैं। रोते-बिलखते सारा दिन बीत रहा है। अंजू देवी ने प्रशासन से बेटी, उसकी ननद और नातििन के शवों को जल्द से जल्द तलाशने की गुहार लगाई है।
मां का दो बार हो चुका है ऑपरेशन: नितेश
मोनिका के पति नितेश ने बताया कि हादसे में घायल उसकी मां के पैर में लगी गंभीर चोट ठीक होने का नाम नहीं ले रही है। दो बार ऑपरेशन हो चुका है। घुटने से नीचे का पैर काट दिया गया है, जबकि अब डॉक्टर तीसरे आपरेशन की बात कहकर पैर को और काटने की सलाह दे रहे हैं, क्योंकि इन्फैक्शन (Infection) थम नहीं रहा है। नितेश ने भी जिला प्रशासन ने शवों की तलाशी के लिए ज्यादा से ज्यादा मशीनरी लगाने की गुहार लगाई है।
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