-
Advertisement
सरकार की “ठुकाई”
Last Updated on July 18, 2020 by Deepak
शिमला। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने विधानसभा के मानसून सत्र, विधायक निधि और कोविड फंड पर जयराम सरकार को घेरा है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मानसून सत्र होना चाहिए। अगर सरकार सैकड़ों लोगों को इकट्ठा कर यज्ञ करवा सकती है तो विधानसभा का सत्र क्यों नहीं बुलाया जा सकता है। कोरोना की आड़ में सत्र को लटकाने की कोशिश की जा रही है। यह इसलिए किया जा रहा है कि सरकार को मुद्दों का जवाब ना देना पड़े। कोरोना काल के दौरान के जनता के कई ऐसे सवाल हैं जो हाउस में ही पूछे जाएंगे। सरकार से पूछे जाने वाले सवालों की फेहरिस्त काफी लंबी है। कांग्रेस ने स्पीकर को भी सत्र बुलाए जाने को लेकर लिखकर दिया है।अग्निहोत्री ने कहा कि विधायक निधि सरकार को तत्काल प्रभाव से बहाल करनी चाहिए। यह मांग कांग्रेस के विधायकों ही नहीं बीजेपी के विधायकों की भी है। उन्होंने कहा कि सरकार कैबिनेट की बैठकों में फिजूलखर्ची भरे ऐलान कर रही है।
नए चेयरमैन बनाए जा रहे हैं, नए संस्थान खोले जा रहे हैं और नए पद सृजित किए जा रहे हैं। सरकार ने ह्यूमन राइट में भारी भरकम पोस्ट मंजूर की हैं। सरकार हर काम कर रही है और विधायकों का पैसा छीन रहे हैं। यह सही नहीं है। उन्होंने तो यहां तक कह डाला कि विधायक निधि को लेकर सीएम जयराम ठाकुर ने राजनीतिक चाबुक चलाया है। अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार कोरोना काल में कोई टिकाउ नीति नहीं बना पाई है। हर रोज फैसलों पर यू टर्न ले रही है। उन्होंने कहा कि बागवानी के लिए लोग एडवांस में बुलाए जा सकते थे और उनके टेस्ट करवाए जा सकते थे। उन्होंने कहा कि हिमाचलियों ने तो प्रदेश में आना ही है। लेकिन सरकार टूरिज्म के बहाने लोगों को बुला रही है। सरकार कोरोना टूरिज्म चलाना चाहती है, जैसा ही सरकार ने पहले ही जाहिर कर दिया था। उन्होंने कहा कि कई प्रभावशाली लोग हिमाचल में अपने फार्म हाउस में पहुंच गए। उन्हें किसी ने नहीं रोका। जिन्होंने यहां मकान बनाए हैं वह भी यहां पहुंच गए हैं। जिसने पहुंचना था वह पहुंच गया, सरकार अपनी नीतियों को बदलती रहे। उन्होंने कहा कि सरकार मंदिरों को खोल नहीं रही है और सैकड़ों लोगों को इकट्ठा कर यज्ञ करवा रही है।