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नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की भारत यात्रा के दौरान देश कि राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा (Delhi Violence) ने विश्वभर का ध्यान अपनी ओर खींचा है। अब गुरुवार को मुस्लिम देशों के सबसे बड़े वैश्विक मंच इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) (OIC) ने दिल्ली में हुई हिंसा पर सख्त प्रतिक्रिया देते हुए इस खतरे की घंटी बताया है। इस्लामिक सहयोग संगठन ने अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए हिंसा की निंदा की है। वहीं दूसरी तरफ हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के पीएम इमरान खान (Imran Khan) भारत के खिलाफ जहर उगलने की अपनी आदत से बाज नहीं या रहे हैं।
दिल्ली हिंसा पर बोले इमरान- फंस गया है भारत, होंगे गंभीर अंजाम
दरअसल पाकिस्तानी पीएम इमरान खान भारत की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Govt) और आरएसएस (RSS) के खिलाफ करार हमला बोलते हुए कहा कि आज भारत एक बहुत ही खतरनाक रास्ते पर है जिससे वापस आना बहुत मुश्किल है। इमरान ने कहा कि इतिहास बताता है कि भारत में जिस तरह से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की फासीवादी और नस्लीय विचारधारा अपनाई गई है, उससे केवल खूनखराबा ही होगा। पाकिस्तानी पीएम ने अपने बयान में आगे कहा कि भारत में हिंदुत्व विचारधारा मुस्लिमों और ईसाइयों के खिलाफ नफरत फैला रही है और इसके अगले टारगेट देश के अन्य अल्पसंख्यक समुदाय होंगे। इस दौरान इमरान खान ने इस मसले पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कार्रवाई की अपील करते हुए कहा कि इतनी बड़े अल्पसंख्यक समुदाय को हाशिए पर रखे जाने के गंभीर नतीजे होंगे। भारत अब पूरी तरह से फंस चुका है।
ओआईसी ने किया #IndianMuslimsInDanger हैशटैग का इस्तेमाल
वहीं इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) ने दिल्ली हिंसा पर ट्वीट कर कहा कि भारत में मुस्लिमों के खिलाफ हालिया हिंसा में तमाम मौतें हुईं और मासूम लोग जख्मी हुए जो खतरे की घंटी है। नई दिल्ली में हुई हिंसा में मुस्लिमों की संपत्ति और मस्जिदों को नुकसान पहुंचाए जाने की हम कड़ी निंदा करते हैं। संगठन ने कहा कि इन घृणित कृत्यों के पीड़ित के परिवारों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं। ओआईसी ने #IndianMuslimsInDanger हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए भारतीय प्रशासन से मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा भड़काने और साजिश रचने वाले लोगों को सजा दिलाकर न्याय सुनिश्चित करने की मांग की। ओआईसी ने ये भी कहा कि भारतीय प्रशासन अपने मुस्लिम नागरिकों और देश भर में इस्लाम के पवित्र स्थलों की सुरक्षा करे।
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