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कछुआ चाल से चल रहा है नेरवा-चौपाल मार्ग बहाली का काम
Last Updated on January 29, 2020 by Deepak
चौपाल। भूस्खलन से बाधित हुए नेरवा-चौपाल मार्ग को बहाल करने का काम विभाग कछुआ चाल से कर रहा ह। बीती शांम लगभग 5:00 बजे नेरवा से 100 मीटर की दूरी पर पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस नेरवा के पास लैंडस्लाइड होने से यहं पर वाहनों पर आवाजाही के लिए रोक लग गई थी। नेरवा स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के समीप जरा सी बारिश पड़ने पर वहां पर कुछ प्वाइंट इतने खतरनाक बन गए हुए हैं, जैसे ही हल्की सी बारिश होती है वह मलबा गिरना शुरू हो जाता हैं। जिससे न केवल सड़क बंद होती है बल्कि नीचे एचआरटीसी का बस डिपो भी खतरे में नजर आ रहा है। जहां पर कई दर्जनों बसें खड़ी होती है तथा ऊपर से पत्थर गिरते रहते हैं। इसके आसपास जो बिल्डिंग बनी है भूस्खलन होने की वजह से उनको भी खतरा बना हुआ है।
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पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा कुछ दिन पहले इस भूस्खलन को रोकने के लिए सुरक्षा दीवार लगाई गई थी जो कि लगाने के 2 दिन बाद ढह गई। हैरानी इस बात की है कि इस मामले में भी पीडब्ल्यूडी विभाग ने अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की। नेरवा की जनता ने सरकार से मांग की है कि जहां पर भूस्खलन वाला क्षेत्र है वहां पर जल्द एक सुरक्षा दीवार लगनी चाहिए ताकि यहां पर कोई ऐसी घटना ना घटे और यातायात भी हमेशा के लिए बहाल रहे।
उधर पीडब्ल्यूडी नेरवा के अधिकारी योगेश शर्मा का कहना है कि जब भी दिन के समय यह लैंडस्लाइड हुआ हैमशीन लगाकर रास्ता साफ कर दिया था लेकिन रात के समय इस जगह पर मशीन लगाना तथा मलबा हटाना खतरे से खाली नहीं होता । यह जो स्लाइडिंग एरिया है, इसमें 200 मीटर ऊपर से स्लाइड होकर सारी मिट्टी व पत्थर ऊपर से नीचे आते हैं , जिससे कि आज से पहले भी एक बार जेसीबी मशीन को पत्थर लग गया था जिसमें ड्राइवर को चोट आई थी। पीडब्ल्यूडी चौपाल के अधिकारी एके पॉल का कहना है कि जैसे मौसम पूरी तरह से साफ होता है वैसे ही इस सड़क में डंगे लगने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।