-
Advertisement
Budget: शिक्षा क्षेत्र में ‘सुपर 100’ का ऐलान, मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों को जिम
Last Updated on March 6, 2020 by Deepak
शिमला। सीएम जयराम ठाकुर ने बजट (Budget) भाषण में शिक्षा क्षेत्र में एक नई योजना स्वर्ण जयंती सुपर 100 आरंभ करने का ऐलान किया है। सरकार द्वारा चलाई जा रही ‘मेधा प्रोत्साहन योजना’ के अंतर्गत प्रदेश के मेधावी छात्रों को व्यावसायिक शैक्षणिक संस्थाओं में प्रवेश के लिए आवश्यक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। व्यावसायिक कोर्सों में प्रवेश के लिए बढ़ती प्रतिस्पर्धा के दृष्टिगत एक नई योजना आरंभ की गई है। इस योजना के अंतर्गत 10वीं कक्षा में सर्वाधिक अंक लेने वाले 100 विद्यार्थियों को व्यावसायिक संस्थानों में प्रवेश हेतु आवश्यक प्रशिक्षण के लिए 1 लाख रुपए प्रति विद्यार्थी अनुदान सहायता प्रदान की जाएगी। प्रदेश के युवाओं को खेलकूद एवं व्यायाम के लिए बेहतर सुविधाएं देने के उद्देश्य से सरकारी मेडिकल कॉलेजों, इंजीनियरिंग कॉलेजों तथा अन्य राजकीय व्यावसायिक शैक्षणिक संस्थानों में चरणबद्ध तरीके से जिम व ओपन जिम की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
यह भी पढ़ें: E-Budget : हिमाचल में पहली मर्तबा Paper Less Budget पेश, जयराम ने पेश की मिसाल
सीएम जयराम ठाकुर ने बजट भाषण में प्रारंभिक शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए क्लस्टर स्कूलों को उन्नयित करने के लिए स्वर्ण जयंती ज्ञानोदय क्लस्टर श्रेष्ठ विद्यालय योजना (ज्ञानोदय) शुरू करने की घोषणा की है। योजना के तहत 100 क्लस्टर स्कूलों में बच्चों और अध्यापकों के लिए आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी, जिनमें बेहतर टॉयलट, बिजली और पंखों की व्यवस्था, स्मार्ट कक्षा, फर्नीचर, पानी, लाइब्रेरी, खेल-कूद सुविधा शामिल हैं। इन स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती छात्रों के अनुपात से की जाएगी। इस योजना के लिए 15 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
उच्च शिक्षा विभाग में नई स्वर्ण जयंती उत्कृष्ट विद्यालय योजना (उत्कृष्ट) शुरू करने की घोषणा की गई है। प्रथम चरण में इस योजना के अंतर्गत 68 स्कूल, जहां पर विद्यार्थियों की संख्या 500 या इससे अधिक है, को प्राथमिकता के आधार पर विकसित किया जाएगा। योजना के तहत स्कूलों का नवीकरण किया जाएगा, जिसमें फर्नीचर का प्रावधान, विद्यालय प्रांगण विकसित करना, खेल-कूद सुविधाओं में सुधार, जिम, स्मार्ट क्लास तथा विज्ञान प्रयोगशालाएं, बेहतर शौचालय और पानी उपलब्ध करवाना सुनिश्चित किया जाएगा। इन विद्यालयों में आवश्यक Teacher Taught Ratioको सुनिश्चित किया जाएगा। इस योजना के लिए 30 करोड़ रुपए प्रस्तावित हैं।
प्रदेश सरकार 9 महाविद्यालयों को ‘उत्कृष्ट महाविद्यालयों के रूप में जिम तथा अन्य सुविधाओं सहित स्थापित करेगी। इससे इन महाविद्यालयों में छात्रों को उन विभिन्न विषयों के चयन करने का अवसर मिलेगा जो अन्य महाविद्यालयों में उपलब्ध नहीं हैं। इनमें Teaching Taught Ratio मानदंडों के अनुसार रखा जाएगा। इस योजना के लिए 9 करोड़ रुपए के प्रावधान का प्रस्ताव है। प्रदेश के स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए गणित में आवश्यक कौशल और निपुणता लाने के लिए सरकार ने 50 स्कूलों में गणित प्रयागशालाएं स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। इनके माध्यम से गणित शिक्षा का सरलीकरण किया जाएगा तथा इसे रोचक बनाया जाएगा। B.Voc को प्रायोगिक स्तर पर राज्य के 12 महाविद्यालयों में शुरू किया गया है। 2020-21 से
B.Voc डिग्री प्रोग्राम को 6 नए महाविद्यालयों में शुरू करने का प्रस्ताव पेश किया गया है। वर्तमान में 703 विद्यार्थी B.Voc के अंतिम वर्ष में पढ़ रहे हैं। इन विद्यार्थियों की प्लेसमेंट के लिए व्यवस्था की जाएगी।