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BRO ने सामरिक महत्व वाले बैली ब्रिज महज छह दिन में किया तैयार; Video में देखें कैसे टूटा था
Last Updated on June 27, 2020 by Deepak
पिथौरागढ़। भारत-चीन सीमा (India-China Border) पर जारी तनाव के बीच भारतीय सेना (Indian Army) की तैयारियों को उस वक्त बड़ा झटका लग गया था, जब उत्तराखंड (Uttarakhand) के पिथौरागढ़ स्थित मुनस्यारी में सामरिक महत्व वाला बैली ब्रिज (Bailey Bridge) टूट गया था। अब 6 दिन पहले टूटा यह ब्रिज एक बार फिर बनकर तैयार हो गया है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने कड़ी मेहनत से सिर्फ 6 दिन में ही नया ब्रिज तैयार कर लिया है। इसे बनाने में बीआरओ को कई विषम भौगोलिक परिस्थितियों का सामना करना पड़ा, मगर बीआरओ ने रात-दिन काम किया और महज 6 दिन के रिकॉर्ड टाइम में यह ब्रिज बनाकर तैयार कर दिया।
ओवरलोडिंग से भरभराकर नाले में जा गिरा था पुल
Bailey bridge collapsed under the load of equipment being ferried for road construction at Indo-China border in #Uttarakhand, #India 🇮🇳. https://t.co/PoA45dPP5V
— . (@Metal_falconn) June 22, 2020
शनिवार को पुल पर आवाजाही शुरू हो गई। इस कामयाबी के लिए ग्रामीणों ने बीआरओ के अधिकारियों का फूलमाला पहनाकर आभार जताया। बता दें कि ब्रिज टूटने का हादसा उस वक्त पेश आया था जब मुनस्यारी-मिलम रोड पर एक भारी भरकम मशीन ले जाई जा रही थी। इस दौरान धापा के पास सेनर नाले पर बना पुल ओवरलोडिंग से भरभराकर नाले में जा गिरा। हादसे में पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। इस हादसे का एक भयानक वीडियो भी सामने आया था। जिसमें एक ट्रक पोकलैंड मशीन लेकर ब्रिज क्रॉस करता हुआ दिख रहा था। अचानक पुल टूटकर नदीं में गिर गया। साथ ही पोकलैंड मशीन भी नदी में जा गिरी। इस हादसे में दो लोगों के घायल (Injured) होने की भी खबर मिली थी। वहीं अब एक बार फिर बैली ब्रिज तैयार होने से सेना और आईटीबीपी के जवानों को चीन सीमा तक पहुंचने में काफी राहत मिलेगी।
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यहां जानें क्यों इतनी अधिक अहमियत रखता है यह पुल
मुनस्यारी के धापा में बना यह ब्रिज सामरिक रूप से बेहद अहम है और सीमावर्ती गांव मिलम को बाकी उत्तराखंड से जोड़ता था। मिलम से चीन सीमा तक इन दिनों 65 किमी लंबी रोड बनाने का काम तेजी से चल रहा है। इसके लिए पहाड़ों को काटने और मलबा हटाने के काम में आने वाली भारी भरकम मशीनों और कंस्ट्रक्शन के सामान को मिलम पहुंचाया जा रहा है। ब्रिज टूटने से चीन को जोड़ने वाली सड़क काटने का काम कुछ प्रभावित हुआ, मगर बीआरओ ने 6 दिन के अंदर इस ब्रिज को तैयार कर बड़ी राहत दी है।