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बांग्लादेश क्रिकेट टीम का मलाल-कोहली पर पेनल्टी लगती तो मैच हो जाता ड्रा
बुधवार को भारत और बांग्लादेश (India and Bangladesh) का मुकाबला हुआ था। इसमें भारत की जीत हुई थी। इसके बाद बांग्लादेश की क्रिकेट टीम विराट कोहली (Virat Kohli) की फील्डिंग पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए सवाल उठा रही है। इस संबंध में बांग्लादेश के विकेटकीपर नूरुल हसन ने आरोप लगाया है कि मैच के दौरान भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली ने फेक फील्डिंग की है। वहीं उन्होंने इस संबंध में अंपायर की ओर से पेनल्टी ना लगाने पर (for non-payment of penalty) भी सवाल उठाया है। बांग्लादेश की ओर से लगाए जा रहे आरोप इसलिए गंभीर हैं कि यदि अंपायर पेनल्टी लगा देता तो बांग्लादेश के खाते में पांच रन जुड़ जाते। अगर ऐसा कर दिया जाता तो मैच ड्रा हो जाता। बांग्लादेश के आरोप लगाने के बाद छह बिंदुओं पर कंट्रोवर्सी (Controversy) शुरू हो गई। सबसे पहला बिंदु यह है कि जब बांग्लादेश की टीम बैटिंग कर रही थी तो तब तक बारिश के चलते मैच नहीं रुका था। वहीं सातवें ओवर के दौरान पहली बाल को लिट्टन दास ने डीप बैकवर्ड स्क्वेयर लेग की दिशा में खेला। इसे अर्शदीप ने विकेट कीपर एंड पर थ्रो किया था। इसी दौरान बीच में विराट कोहली भी दिख रहे थे। तब उनके पास ना तो बाल थी और उनके द्वारा थ्रो फेंका गया था। मगर कोहली ने नॉन स्ट्राइकर एंड पर थ्रो (Throw at non striker end) मारने का दिखावा किया। जब विराट कोहली कोहली फेक थ्रो कर रहे थे तब अंपायर भी सामने थे, मगर उन्होंने इसे फेक फील्डिंग करार नहीं दिया और यही कारण है कि पेनल्टी भी नहीं लगाई। ऐसा रूल है कि फेक फील्डिंग (Fake fielding) पर अंपायर पेनल्टी लगा सकते हैं।
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भारत से मैच हारने के बाद नूरुल हसन ने आरोप लगाया है कि अंपायरों ने कोहली की फेक फील्डिंग को नजरअंदाज कर दिया है। उन्होंने कहा कि यदि उस समय डिसीजन बांग्लादेश के पक्ष में होता तो आज स्थिति कुछ और ही होती। वहीं मैदान गीला था। मुझे लगा कि यह थ्रो नकली था। यदि उन पर जुर्माना लगाया जाता तो मैच हमारे पक्ष में होता। मगर ऐसा कुछ भी नहीं किया गया। इसके विपरीत टीम इंडिया पर यदि पेनल्टी लगती तो भारत और बांग्लादेश का मुकाबला सुपर ओवर में जा सकता था। इसका कारण यह है कि फेक फील्डिंग पर पांच रन की पेनल्टी लगाई जाती है। यदि ऐसा होता तो मैच ड्रा हो जाता। इसके बाद सुपर ओवर ही ऑप्शन था। जब कोई फील्डर अपने हाव-भाव या एक्शन से बल्लेबाज को परेशान करे और साथ यह दिखाए की उसने बाल पकड़ ली मगर बाल उसके पास गई ही ना हो तो इसे फेक फील्डिंग कहा जाता है।
आईसीसी के रूल 41ण्5 के अनुसार बल्लेबाज का ध्यान जानबूझकर भटकाने, धोखा देने या बाधा पहुंचाने पर उस गेंद को डेड बॉल करार दिया जाता है। इसके साथ ही बल्लेबाजी करने वाली टीम को पांच रन पेनल्टी के तौर पर दिए जाते हैं। चार अप्रैल 2021 को दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर क्विंटन डिकॉक (South African wicket keeper Quinton de Kock) ने फखर जमान को फेक फील्डिंग से आउट किया था। डिकॉक ने फील्डर की तरफ ऐसा इशारा किया कि गेंद नॉन-स्ट्राइकर की ओर थ्रो की जा रही थी। इसे देखते हुए फखर जमान रन लेने के दौरान धीमे हो गए। इसके बाद लॉन्ग ऑन फील्डर (long on fielder) ने सीधा थ्रो लगाया जो सीधे स्टंप पर जाकर लगा। यह मुकाबला पाकिस्तान की टीम हार गई थी। वहीं बांग्लादेश के एक्सपर्ट ने कहा है कि कोहली बल्लेबाज नजमुल होसैन सेंटो का ध्यान भटका रहे थे। नियम के तहत भारत पर 5 रन की पेनल्टी लगनी चाहिए थी। लेकिन अंपायर ने कुछ नहीं किया।श्