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कृषि मंत्री बोले-खून से खेती तो कांग्रेस कर सकती है, दिग्विजय का पलटवार-गोधरा में कौन सी खेती थी
नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों (Agricultural Laws) को लेकर एक ओर किसान सड़क पर 70 दिन से आवाज बुलंद किए हुए हैं तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष भी अब संसद (Parliament) में लगातार सरकार पर निशाना साध रहा है। विपक्ष के हंगामे के चलते संसद की कार्यवाही (Parliament Proceeding) कई बार स्थगित भी करनी पड़ रही है। ऐसे में आज शुक्रवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ( Narendra Singh Tomar) ने राज्यसभा (Rajya Sabha) में कृषि कानूनों को लेकर बयान दिया। इसमें कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Union Agriculture Minister) ने कांग्रेस को घेरते हुए तीखा बयान देते हुए कहा कि खून से खेती तो कांग्रेस (Congress) ही कर सकती है। इस पर कांग्रेस के सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने भी पलटवार किया।
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Shri @nstomar's speech on the Motion of thanks on President's address in Rajya Sabha. https://t.co/AjwRF23WJx
— BJP LIVE (@BJPLive) February 5, 2021
दरअसल आज केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर कृषि कानूनों को लेकर राज्यसभा में बयान दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस पार्टी को भी लपेटे में ले लिया और कहा कि कांग्रेस ‘खून से खेती’ कर सकती है। इस बयान के बाद हंगामा भी हुआ। इसके बाद कांग्रेस की ओर से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार और विशेष तौर पर पीएम नरेंद्र मोदी पर पलटवार किया। दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय कृषि मंत्री पर पलटवार करते हुए कहा कि गोधरा में जो खेती हुई थी, वो खून की खेती थी या पानी की खेती। उन्होंने कहा कि आरएसएस और बीजेपी हमेशा ही सांप्रदायिक दंगे करवाना चाहती है।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्यसभा में नए कृषि कानूनों के फायदे भी गिनवाए। इसी दौरान उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि खेती पानी से होती है, लेकिन खून से खेती सिर्फ कांग्रेस कर सकती है। ऐसा बीजेपी नहीं करती है। कृषि मंत्री ने एपीएमसी एक्ट को लेकर पंजाब सरकार पर भी सवाल उठाए और कहा कि पंजाब सरकार के एपीएमसी एक्ट में किसी तरह के उल्लंघन पर किसानों को सजा होती है, लेकिन केंद्र के एक्ट में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। नरेंद्र सिंह तोमर और दीपेंद्र हुड्डा के बीच भी कृषि कानूनों को लेकर खूब बहस हुी। दीपेंद्र हुड्डा ने पंजाब और हरियाणा की कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग का उदाहरण दिया तो कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कृषि कानून के बारे में अगली बार पढ़कर आना।
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