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आईआईटी मंडी की टीम करेगी भीमा काली मंदिर सराहन का अध्ययन, लगातार धंस रहा एक हिस्सा
Bhima Kali Temple Trust Sarahan Meeting: लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) की अध्यक्षता मेंभीमा काली मंदिर न्यास सराहन की बैठक सर्किट हाउस रामपुर में आयोजित की गई। बैठक के बाद विक्रमादित्य ने कहा कि न्यास के कई प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई है। भीमा कालीमंदिर भवन (Bhima KaliTemple Building)के एक हिस्से में हो रहे झुकाव को लेकर आईआईटी मंडी (IIT Mandi) की टीम के माध्यम से स्टडी रिपोर्ट तैयार करवाई जाएगी। बैठक में फैसला लिया गया कि पिछले कई साल से मंदिर का एक हिस्सा लगातार धंस रहा है। ऐसे में नया निर्माण कार्य या मरम्मत कार्य तभी करवाया जा सकता है जब इसके बारे में विशेषज्ञों की रिपोर्ट हो। लोक निर्माण मंत्री ने अधिशाषी अभियंता पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिए कि आईआईटी मंडी से पत्राचार करके तुरंत उक्त मामले में रिपोर्ट तैयार करवाई जाए।
हाटकोटी मंदिर में सोलर सिस्टम प्लांट
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि न्यास का संयुक्त बोर्ड प्रमुख स्थानों पर लगेगा जिसमें अधीन आने वाले मंदिरों के बारे में संक्षिप्त जानकारी होगी। श्री हाटकोटी मंदिर में सोलर सिस्टम प्लांट(Solar System Plant) लगाया जाएगा ताकि सर्दियों में गर्म पानी की उपलब्धता श्रद्धालुओं के लिए हो सके।न्यास के अधीन नर सिंह परिसर रामपुर, श्री रघुनाथ बड़ा अखाड़ा मंदिर परिसर, विश्राम गृह सराहन, श्री अयोध्यानाथ मंदिर परिसर रामपुर, भीमाकाली सराहन मंदिर और श्री हाटकोटी मंदिर शामिल हैं। न्यास एक अत्याधुनिक एंबुलेंस की सुविधा भी शुरू करेगी। बैठक में एंबुलेंस खरीदने की अनुमति भी प्रदान की गई।
छात्रवृति फंड देगा सराहन मंदिर
सराहन मंदिर न्यास क्षेत्र के होनहार बच्चों की पढ़ाई में आर्थिक सहायता भी प्रदान करता है। ऐसे में अब न्यास ने फैसला लिया है कि छात्रवृत्ति के नाम से अलग से फंड का प्रावधान किया जाएगा ताकि जरूरतमंद छात्रों (Needy students)को अपनी पढ़ाई निरंतर जारी रखने में मंदिर न्यास अग्रणी भूमिका निभाए। रोहड़ू में न्यास के माध्यम से 03 करोड़ रुपए की लागत से गौ सदन बनाया जा रहा है। इसी के साथ नीरथ में भी गौ सदन बनाया जा रहा है ताकि इन क्षेत्रों के बेसहारा गाय और गौ वंश को सरंक्षण मिल सके। उन्होंने कहा कि न्यास की स्थापना पूर्व सीएम स्वर्गीय वीरभद्र सिंह ने की थी। उनका लक्ष्य था की देव नीति का सरंक्षण और जन कल्याण के कार्यों को बढ़ावा दिया जा सके।कैबिनेट मंत्री ने कहा कि न्यास की जमीनों का इस्तेमाल लोगों को सुविधाएं देने में किस तरह किया जा सकता है।इस विषय पर बैठक में विस्तृत तौर पर चर्चा हुई।
यह हुए कुछ अहम फैसले
- सराहन मंदिर में रसोइया नियुक्त करने की अनुमति प्रदान की गई है।
- न्यास कार्यालय रामपुर में सहायक मंदिर अधिकारी की सेवानिवृति के उपरांत एक लिपिक नियुक्त करने की अनुमति दी गई।
- श्री भीमा काली मंदिर सराहन में मंदिर परिसर व पार्क के लिए सौंदरीयकरण कार्य को मंजूरी दी गई। इसके साथ ही रामपुर स्थित छः मंदिरों में भी गमले लगाए जाने को मंजूरी दी गई।
- मंदिर परिसर में लाइट्स लगाए जाने को लेकर विस्तृत प्रोजेक्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए।
- अयोध्यानाथ मंदिर परिसर में मुख्य मंदिर के चारों तरफ लोहे की ग्रिल स्थापित करने की अनुमति प्रदान की गई।
- मंदिर न्यास में कार्यरत कर्मचारियों के वेतन भत्तों की विसंगतियों को सुधारने की अनुमति दी गई।
- अब कर्मचारी की सेवानिवृत्ति पर 1.50 लाख रुपए और सेवाकाल के दौरान आकस्मिक निधन होने पर 2.5 लाख रुपए देने की अनुमति दी गई।
- न्यास कर्मचारियों का चिकित्सा भत्ता 250 रुपए से बढ़ाकर 500 रुपए करने की अनुमति दी गई। अगर कर्मचारी अस्पताल में बीमारी के चलते दाखिल होता है तो सरकारी दरों पर चिकित्सा बिलों का भुगतान करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
- श्री भीमा मंदिर सराहन में सहायक प्रभारी की नियुक्ति को मंजूरी दी गई।
- श्री रघुनाथ रोहड़ू के देव स्थान के मरम्मत कार्य और रसोई निर्माण को 1.50 लाख रुपए देने की अनुमति दी गई।
- श्री रघुनाथ दशलानी मंदिर में चौकीदार के लिए कमरा और रसोई घर मरम्मत के लिए भी मंजूरी दी। इसी मंदिर के अधीन समाला में 4 लाख 99 हजार 229 रुपए से सुरक्षा दीवार लगाई जाएगी। मंदिर दशलानी में एमसी रोहड़ू के माध्यम से निरंतर सफाई करवाई जाएगी।