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कानपुर Encounter कांड: जिस JCB से पुलिस को रोका, उसी से ढहाया गया विकास दुबे का घर
कानपुर। उत्तर प्रदेश स्थित कानपुर (Kanpur) के हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे (Vikas Dubey) के खिलाफ प्रशासन किसी भी तरह की कठोर कार्रवाई करने से गुरेज नहीं खा रहा है। पुलिस टीम पर हमला कर 8 पुलिसवालों को मौत के घाट उठाने के बाद से फरार चल रहे विकास दुबे के घर को प्रशासन द्वारा उसी जेसीबी (JCB) से ढहाया जा रहा है, जिसका इस्तेमाल उसने पुलिस की टीम को गुमराह करने के लिए किया था। हालांकि प्रशासन द्वारा अवैध कब्जे के मामले यह एक्शन लिया गया है। बतौर रिपोर्ट्स, ‘विकास दुबे की सारी पॉपर्टी को अटैच करने की तैयारी कर रहा है। प्रशासन उसकी सभी संपत्तियों की जांच करेगा। साथ ही सभी बैंक अकाउंट्स भी सीज किए जाएंगे।’
Update: House of history-sheeter Vikas Dubey demolished by the local administration in Kanpur. Dubey disabled all the cameras before fleeing from the crime scene.
His house was equipped with CCTV cameras at the main entrance gate. @ThePrintIndia @ThePrintHindi pic.twitter.com/XE6eDGJ5NG— Prashant Srivastava (@Prashantps100) July 4, 2020
दुबे का सुराग देने पर मिलेगा 50 हजार का इनाम
प्रशासन द्वारा फरार चल रहे दुबे को पकड़ने के लिए पुलिस की 20 टीमें गठित की गई हैं। जो अलग-अलग इलाकों में इस कुख्यात अपराधी को पकड़ने के लिए उन इलाकों में दबिश दे रही हैं, जहां पर उसके परिवार वाले रहते हैं। पुलिस द्वारा अबतक इस मामले में करीब एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस बात की आशंका जताई जा रही है कि विकास दुबे के नेपाल भाग साकता है, लिहाजा लखीमपुर खीरी जिले की पुलिस भी अलर्ट पर है। पुलिस ने विकास दुबे का सुराग देने वाले को 50,000 रुपए के इनाम की घोषणा की है।
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पुलिस वाले ने ही दी थी पुलिस के आने की जानकारी
वहीं पुलिस द्वारा मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर कई लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। ये सभी वे लोग हैं जिन्होंने पिछले 24 घंटे में विकास दुबे से बात की थी। विकास से बात करने वाले लोगों में कुछ पुलिसवाले भी हैं। इसलिए इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि जब पुलिस की टीम विकास दुबे से पूछताछ के लिए निकली थी तो किसी ने फोन कर इस बात की जानकारी पहले ही दे दी थी। जिससे वह सतर्क हो गया था। पुलिस द्वारा की गई जांच में यह बात सामने आई है कि चौबेपुर थाने के ही एक दारोगा ने विकास को पुलिस के आने की जानकारी पहले दी थी। चौबेपुर के एसओ विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है। शक के घेरे में दारोगा के अलावा एक सिपाही और एक होमगार्ड है। तीनों की कॉल डिटेल के आधार पर उनसे पूछताछ की जा रही है।