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जानकारों की चेतावनी: कहीं समूचे पूर्वोत्तर में न फैल जाए मणिपुर में हिंसा की आग
नई दिल्ली। मणिपुर में पिछले दो महीनों से जारी हिंसा (Manipur Violence) की आग अब मिजोरम और मेघालय (Mizoram and Meghalaya) को भी अपनी चपेट में लेती दिख रही है। जानकारों का कहना है कि अगर इस आग को बुझाने की कोशिश नहीं की गई, तो यह पूर्वोत्तर (North East) को अपनी लपेट में ले लेगी। मेघालय में कल पत्थरबाजी हुई, वहीं मिजोरम में भी मैतेई के पलायन से हालात बिगड़ रहे हैं।
मिजोरम में बड़े स्तर पर मैतेई समुदाय (Meitei Community) के लोग पलायन करने लगे हैं। दरअसल, पूर्व उग्रवादियों की तरफ से एडवाइजरी जारी की गई है। इसमें मणिपुर में जारी हिंसा के बीच सतर्क रहने की सलाह दी गई है। करीब एक हजार से ज्यादा मैतेई मिजोरम से असम के बराक घाटी में पहुंच चुके हैं।
असम में भी एक्शन का रिएक्शन
कछार में असम सरकार की तरफ से राहत शिविर बनाए गए हैं। यहां जिला प्रशासन के अलावा स्थानीय लोग भी सुरक्षा मुहैया करहा रहे हैं। अब ऑल असम मणिपुरी स्टूडेंट्स यूनियन (AAMSU) की तरफ से भी सोमवार को एक एडवाइजरी जारी की गई है, जिसमें बराक घाटी के जिलों में रह रहे मिजो को जगह छोड़ने की सलाह दी गई है।
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, AAMSU की तरफ से कहा गया, ‘मिजोरम में रहने वाली अधिकांश मैतेई असम के हैं। ऐसे में मिजोरम के व्यवहार ने असम के मैतेई समुदाय का गुस्सा भड़का दिया है। इसके चलते हम मिजो को उनकी खुद की सुरक्षा के लिहाज से जल्द से जल्द बराक घाटी को खाली करने की सलाह देते हैं।’
गैंगरेप मामले में एक और गिरफ्तार
मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने (Manipur Horror) के मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। 19 जुलाई को इस घटना का वीडियो सामने के बाद पूरे देश में आक्रोश है। पुलिस ने बताया कि आरोपी को थौबल जिले से सोमवार शाम गिरफ्तार किया गया। इसी के साथ इस मामले में अब तक कुल सात आरोपियों को पकड़ा जा चुका है। पुलिस ने सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो से उन 14 लोगों की पहचान की थी, जो चार मई को दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के कृत्य में शामिल थे।