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Mata Chintpurni और बाबा बालक नाथ के दर्शनों को करना होगा इंतजार, क्या बोले DC-जानिए
ऊना/हमीरपुर। जिला ऊना और हमीरपुर के धार्मिक स्थलों के दर्शनों और भ्रमण के लिए श्रद्धालुओं को अभी और इंतजार करना होगा। डीसी ऊना (DC Una) संदीप कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार सख्त नियमों के साथ जो दिशा-निर्देश जारी करेगी उसके बाद ही प्रशासन धार्मिक संस्थानों को खोलने की दिशा में कदम उठाएगा। दरअसल जिला ऊना में प्रमुख धार्मिक स्थलों में शक्तिपीठ चिंतपूर्णी (Mata Chintpurni), डेरा बाबा रुद्रानंद, पीर निगाह मंदिर, बाबा बड़भाग सिंह मैड़ी, जोगीपंगा एवं जिले के तमाम प्राचीन शिवालय लॉकडाउन (Lockdown) के शुरू से ही श्रद्धालुओं के लिए बंद हैं, हालांकि इनमें रोजाना विधिवत पूजा-अर्चना होती है। डीसी ने कहा कि जिला में किसी भी धार्मिक या सार्वजनिक स्थल को खोलने की कोई जल्दबाजी नहीं है।
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धार्मिक स्थल खुले तो भीड़ भाड़ होना साधारण बात, बढ़ेगी मूवमेंट
डीसी ऊना ने कहा कि जिला में अभी तक सप्ताह में कोरोना (Corona) संक्रमण के 3-4 मामले सामने आ रहे हैं और जब तक यह सभी संक्रमित शून्य नहीं हो जाते है, तब तक सार्वजनिक और धार्मिक स्थलों को खोलने का रिस्क लेने की जरूरत नहीं है। विशेष रूप से मंदिरों और गुरुद्वारों सहित अन्य धार्मिक स्थलों के साथ लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं। इनके खुलने से वहां भीड़ भाड़ होना साधारण बात है। वहां लोगों की मूवमेंट (Movement) ज्यादा हो जाएगी। जैसे ही प्रदेश सरकार दिशानिर्देश जारी करेगी, उन्हीं के अनुसार जिला प्रशासन अपनी रणनीति बनाकर भीड़ को व्यवस्थित करने की पूरी योजना को लागू करेगा।
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भाषा एवं संस्कृति विभाग की गाइडलाइन के बाद खुलेंगा मंदिर
उत्तरी भारत के प्रसिद्व सिद्व पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर (Baba Balak Nath Temple) दियोटसिद्व के कपाट आठ जून को नहीं खोले गए और बाबा के भक्तों को अभी कुछ समय के लिए बाबा के दर्शन करने के लिए इंतजार करना पडेगा। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हमीरपुर (Hamirpur) जिला प्रशासन ने बाबा बालक नाथ मंदिर को बंद रखने का निर्णय लिया है। मंदिर न्याय चेयरमैन एवं डीसी हरिकेश मीणा के अनुसार भाषा एवं संस्कृति विभाग की गाइडलाइन (Guideline) आने के बाद ही बाबा बालक नाथ मंदिर के कपाट को खोले जाएंगे। हरिकेश मीणा ने कहा कि बाबा बालक नाथ मंदिर में मौजूदा स्टाफ को ट्रेनिंग दी जाएगी और उसके बाद ही मंदिर के कपाटों को खोला जाएगा। उन्होंने बताया कि बाबा के दरबार में लाखों की तादाद में श्रद्वालु पहुंचते हैं, इसलिए प्रशासन भी मंदिर को खोलने से पहले पूरी तरह से तैयारी कर रहा है।
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गौरतलब है कि मौजूदा समय में बाबा बालक नाथ दियोटसिद्व परिसर में सरायं को क्वारंटाइन सेंटर बनाया हुआ है, जिसमें बाहरी राज्यों से आए हुए लोगों को क्वारंटाइन (Quarantine) किया गया है। इसी के चलते मंदिर परिसर सहित सरायं को पूरी तरह से सैनिटाइज (Sanitize) किया जाएगा और भाषा विभाग की गाइडलाइन मिलने के बाद ही मंदिर को खोला जाएगा, जिसकी प्रशासन शीघ्र सूचना देगा।