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बकरे के गले में लटकाया पोस्टर फिर सरकार के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन
हमीरपुर। हिमाचल सरकार (Himachal Govt.) द्वारा डिग्री कॉलेज, पीएचसी और पशु औषधालय संस्थानों को डी-नोटिफाई (Denotify) किए जाने पर आज ग्रामीणों ने लंबलू बाजार में आक्रोश रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन (Protest) किया। ग्रामीणों द्वारा बेहद अनोखे तरीके से बकरे के गले में पोस्टर लटका कर अपनी मांगों को सरकार के समक्ष रखा गया। साथ ही लोगों ने सरकार को चेताया है कि अगर 3 माह में मांगे नहीं मानी गई तो उग्र आंदोलन होगा।
सड़कों पर उतरकर नारेबाजी
लंबलू बाजार में आक्रौश रैली से पहले पंचायत घर के प्रागण में सैकडों लोगों ने बैठक करके ठोस रणनीति तैयार की। लगभग 200 लोगों की उपस्थिति में आक्रोश रैली ने लंबलू बाज़ार की सड़कों पर नारेबाजी करके सरकार से मांग की। ग्रामीणों ने लंबलू बाज़ार के पुल से लेकर उप-तहसील कार्यलय तक रैली निकालकर डी-नोटिफाइड संस्थानों को री-नोटिफाइड करने हेतु एक ज्ञापनपत्र रमेश गारला, नायब तहसीलदार लंबलू को सौंपा है और चेताया है कि तीन महीने के भीतर मांगों को नही माना तो ग्रामीण उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर ये क्षेत्र
लंबलू ग्राम पंचायत प्रधान करतार सिंह चौहान ने कहा कि आजतक इस क्षेत्र की जनता प्रत्येक सरकार के भेदभाव वाले रवैया का शिकार होती रही है। शिक्षा क्षेत्र से लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं तक ना जाने कितने ही लोग मुसीबतों का सामना कर रहे है। उन्होंने कहा कि चिंता की बात है कि आज तक इस क्षेत्र को मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर रखा गया है। जनता की लगातार मांग पर BJP सरकार के कार्यकाल में लंबलू क्षेत्र में प्राइमरी हेल्थ सेंटर, डिग्री कॉलेज व पशु औषधालय को खोला गया था। लेकिन वर्तमान कांग्रेस सरकार द्वारा किसी कारणवश इन सभी संस्थाओं को डी नोटिफाईड करके आश्वासन दिया था कि सर्वेक्षण करके जो जरूरी संस्थान होंगे उन्हें दोबारा खोला जाएगा। परंतु एक लंबा समय बीत जाने के बाद भी इस क्षेत्र में डी-नोटिफाईड किए गए संस्थानांे पर कोई निर्णय नहीं लिया गया और सभी संस्थान बंद पड़े हुए हैं।