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2 साल तक खुद को कमरे में रखा बंद, UPSC में हासिल किया 29 वां रैंक
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) (Union Public Service Commission) (UPSC) 2021 में इस बार कुल 685 कैंडिडेट को चुना गया है। इस परीक्षा में अजमेर के रहने वाले भविष्य देसाई ने 29वां रैंक हासिल किया है। भविष्य ने पहली बार ही यूपीएससी परीक्षा को क्लियर कर लिया है।
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भविष्य देसाई (Bhavishya Desai) अजमेर के कायड़ रोड़ मोहिनी विहार के रहने वाले हैं। उनके पिता गोपाराम एमडीएस यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट के पद पर कार्यरत हैं और उनकी मां ललिता देसाई सरकारी स्कूल में टीचर हैं। बताया जा रहा है कि परीक्षा क्लियर करने के लिए उन्होंने दो साल तक खुद को अपने कमरे में बंद रखकर पढ़ाई की। उस दौरान उन्होंने अपने मोबाइल और सोशल मीडिया से दूरी बना ली थी। भविष्य ने स्टॉक मार्केट कंपनी के 55 लाख रुपए का पैकेज को छोड़कर सिविल सर्विसेज ज्वॉइन करना बेहतर समझा।
भविष्य ने शुरुआती पढ़ाई अजमेर के सेंट एंसलम स्कूल से की। इसके बाद उन्होंने कोटा के शिव ज्योति स्कूल से अपनी 11वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद साल 2016 से 2020 में भविष्य ने कानपुर आईआईटी से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया। इसके बाद भविष्य ने तय कर लिया कि उन्हें सिविल सर्विसेज में जाना है। इसके लिए उन्होंने जुलाई 2020 में गुड़गांव की QUADEYE स्टॉक मार्केटिंग कंपनी से मिल रहे 55 लाख रुपए के पैकेज को ठुकरा दिया था।
भविष्य बताते हैं कि उन्होंने हमेशा ही 100 के अंदर रैंक लाने पर फोकस किया। उन्होंने बताया कि यूपीएससी क्लियर होने के बाद से उनके घर में खुशी का माहौल बना हुआ है। उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता ने हमेशा उनको पढ़ाई के लिए सपोर्ट किया। भविष्य बताते हैं कि सिविल सर्विसेज में जाने की प्रेरणा उन्हें वर्तमान विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मिली। भविष्य इंडियन फोरेन सर्विस में जाकर देश की सेवा करना चाहते हैं।
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