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बिना कोचिंग के हासिल किया 71वां रैंक, जानिए IAS ऑफिसर श्रेया श्री की कहानी
Last Updated on June 5, 2022 by saroj patrwal
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लेकिन उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने का फैसला लिया।जानकारी के अनुसार, श्रेया अपने पहले प्रयास में प्रिलिम्स भी नहीं निकाल पाई, लेकिन दूसरे प्रयास में उन्होंने प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू तीनों क्लियर कर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2021 में सफलता हासिल कर ली। श्रेया बताती हैं कि उनके पिता दिनेश चौधरी पहले भारतीय वायु सेना में कार्यरत थे। 20 साल की नौकरी के बाद जब वे रिटायर हुए तो तत्कालीन
इलाहाबाद बैंक और फिर उन्होंने इंडियन बैंक में क्लर्क कम कैशियर की नौकरी की।
श्रेया बताती हैं कि उनको देश सेवा की प्रेरणा पिता की एयरफोर्स की नौकरी के दौरान मिली। उन्होंने बताया कि उनकी मां चाहती थीं कि वे दूसरी नौकरी करने से पहले यूपीएससी की परीक्षा दें और इसके लिए उन्होंने श्रेया को बहुत प्रेरित भी किया। श्रेया के पिता चाहे बैंक में नौकरी करते हैं, लेकिन उनकी आमदनी इतनी नहीं है कि श्रेया दिल्ली जैसे शहर में यूपीएससी की
कोचिंग के लिए लाखों रुपए खर्च कर सकें। इसी के चलते श्रेया ने बिना कोचिंग के परीक्षा की तैयारी करने का फैसला किया और सेल्फ स्टडी के माध्यम से श्रेया ने अपने दूसरे प्रयास में परीक्षा में पूरे देश में 71वां रैंक हासिल किया।
श्रेया कहती हैं कि उनके पिता हमेशा से कहते थे कि तैयारी करो तो सिर्फ आईएएस बनने की। बस इसी सोच के चलते श्रेया आज परीक्षा में सफलता हासिल कर पाई हैं।