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तिब्बत की चिकित्सा प्रणाली से एक सार्वजनिक स्वास्थ्य संरक्षक नेटवर्क बना
Last Updated on August 18, 2021 by saroj patrwal
पिछले 70 वर्षों में, विशेष राष्ट्रीय नीतियों और निरंतर निवेश से लाभान्वित होकर तिब्बत की चिकित्सा व स्वास्थ्य (Tibet’s medical system) की स्थिति में सुधार निरंतर आ रहा है, जबकि चिकित्सा गारंटी भी कदम ब कदम संपूर्ण हो रही है। वर्तमान में तिब्बत में एक बहु-स्तरीय प्रणाली संपन्न हो गयी, जिसका आधार शहरी और ग्रामीण निवासियों के लिए एकीकृत बुनियादी चिकित्सा बीमा प्रणाली है और पूरक में गंभीर बीमारी बीमा व चिकित्सा (Critical Illness Insurance) सहायता है। इसके तहत, सभी जातीय समूहों के लोगों के स्वास्थ्य की प्रभावी गारंटी दी गई है। शांतिपूर्ण मुक्ति से पहले, तिब्बत में केवल तीन छोटे पैमाने वाले सरकारी चिकित्सा संस्थान थे, जिनमें सिर्फ साधारण उपकरण थे। कुल चिकित्सा कर्मचारियों की संख्या सौ से कम थी। साथ में, चेचक, हैजा, स्कार्लेट ज्वर, टिटनेस और अन्य बीमारियां अक्सर फैलती थीं, जो लोगों के जीवन को गंभीर रूप से खतरे में डालती थीं। 95 प्रतिशत आबादी वाले भूदासों का बीमार होने पर इलाज बहुत मुश्किल था।
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1940 में जन्मे हुए थुबटेन ग्यालत्सेन सामंती भूदास समाज में एक भूदास थे। बचपन में जब उन्होंने अपने माता-पिता की बीमारी से मृत्यु देखी, तब उनके पास कोई उपाय नहीं था। उन्होंने कहा, पुराने तिब्बत में, हमें बीमार होने का सबसे ज्यादा डर था। उस समय, गरीब लोगों के पास डॉक्टर को दिखाने के लिए पैसे नहीं थे। अब राष्ट्रीय नीति अच्छी है और सभी लोगों के चिकित्सा उपचार व्यय की प्रतिपूर्ति की जाती है और मूल रूप से पैसे खर्च नहीं होते हैं। अगर मैं नए समाज में नहीं रहता, तो मैं 81 साल की उम्र तक नहीं जी सकता।
मुफ्त चिकित्सा राष्ट्र द्वारा तिब्बती किसानों व चरवाहों और शहरी निवासियों के लिए लागू की गई एक विशेष चिकित्सा नीति है। 1993 में तिब्बत ने मुफ्त चिकित्सा की परिभाषा, लक्षित लोग और दायरे को स्पष्ट किया और साथ ही मुफ्त चिकित्सा के लिए एक विशेष कोष की स्थापना की, जो किसानों व चरवाहों और शहरी निवासियों के बीमारियों को रोकने और इलाज करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 2020 में, तिब्बत ने औपचारिक रूप से शहरी और ग्रामीण निवासियों के लिए एक एकीकृत बुनियादी चिकित्सा बीमा प्रणाली लागू की। वार्षिक प्रति व्यक्ति सब्सिडी मानक को 585 युआन तक बढ़ाया गया, और शहरी व ग्रामीण निवासियों के लिए अधिकतम वार्षिक चिकित्सा व्यय प्रतिपूर्ति को भी 1.4 लाख युआन तक बढ़ाया गया।
राष्ट्र द्वारा आयोजित तिब्बत की चिकित्सा प्रतिभा सहायता से स्थानीय सभी जातीय समूहों के लोग उच्च-स्तरीय चिकित्सा सेवाओं का आनंद उठा सकते हैं। आज, तिब्बत में गर्भवती व प्रसूता की मृत्यु दर मुक्ति के शुरूआती के 5/100 से गिरकर 48/100,000 तक हो गई है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
-आईएएनएस
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