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कोटा के JK Lone Hospital में फिर बवाल : 24 घंटे के अंदर नौ नवजात शिशुओं की #मौत
Last Updated on December 11, 2020 by Sintu Kumar
कोटा। राजस्थान के कोटा का जेके लोन अस्पताल एक बार फिर विवादों में है। इसकी वजह भी गंभीर है। यहां पर 24 घंटे के अंदर नौ नवजात शिशुओं (Nine newborn babies) की मौत हुई है। पीड़ित परिवारों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने अपनी सफाई में कुछ और ही दलील पेश की है। जहां एक तरफ बच्चों परिवारों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रबंधन (Hospital management) की लापरवाही के कारण नवजातों की जान गई है वहीं, अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर एससी दुलारा का कहना है कि तीन बच्चे मृत लाए गए थे। तीन को जन्मजात बीमारी थी और तीन की मौत दिमाग में पानी भरने के कारण हुई है। इसमें अस्पताल की कोई लापरवाही नहीं है।
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अस्पताल के दावे की जांच के लिए जिला कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधन से जांच रिपोर्ट मांगी है। एक अधिकारी ने बताया कि जेके लोन अस्पताल में एक से चार दिन के पांच बच्चों की मौत बुधवार रात हो गई, जबकि चार बच्चों की मौत गुरुवार को हुई। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा (Health Minister Raghu Sharma) ने जांच का आदेश दिया है और इस संबंध में अस्पताल से एक रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा, ‘नौ नवजात शिशुओं ने अपनी जान गंवाई है, जिनमें से तीन को मृत लाया गया। मैंने निर्देश जारी किए हैं कि किसी भी परिस्थिति में किसी भी नवजात शिशु का जीवन नहीं खोना चाहिए। मुख्यमंत्री और सरकार इस मुद्दे को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं।’
पिछले साल दिसंबर हुई थी 100 बच्चों की मौत
बता दें कि इस अस्पताल में बच्चों की मौत का यह पहला मामला नहीं है। पिछले साल दिसंबर में भी यह अस्पताल सुर्खियों में आया था। तब यहां 100 बच्चों की मौत हुई थी। बच्चों की मौत होने पर राज्य की अशोक गहलोत सरकार की काफी किरकिरी हुई थी। सरकार ने दावा किया था कि भविष्य में नवजातों के लिए सिस्टम को दुरुस्त किया जाएगा, लेकिन एक बार फिर इसी तरह का मामला सामने आया है जो कि काफी गंभीर बात है।