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निर्भया मामले में दोषी मुकेश ने चला आखिरी दांव, राष्ट्रपति को भेजी दया याचिका
Last Updated on January 14, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। दिल्ली के निर्भया रेप और मर्डर केस में दोषी पाए गए मुकेश सिंह ने फांसी की सजा से बचने के लिए अपना आखिरी दांव चल दिया है। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा फांसी की सजा को उम्रक़ैद में तब्दील करने की क्यूटेरिव याचिका खारिज होने के बाद मुकेश ने राष्ट्रपति के सामने दया याचिका (mercy petition) दाखिल की है। बता दें कि दोषियों के पास सारे कानूनी विकल्प समाप्त हो चुके हैं। दोषी मुकेश की दया याचिका राष्ट्रपति के पास है।
राष्ट्रपति ने भी अगर दया याचिका खारिज कर दी तो दोषियों की मौत की सजा तय तारीख पर ही मिलेगी। इस दया याचिका में राष्ट्रपति से मृत्युदंड की सजा को उम्र कैद में बदलने की गुहार लगाई गई है। गौरतलब है कि इससे पहले निर्भया गैंगरेप और मर्डर मामले के आरोपी विनय और मुकेश (Vinay and Mukesh) की क्यूरेटिव पिटीशन (curative petition) को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने खारिज कर दिया। जस्टिस एनवी रमना, अरुण मिश्रा, आरएफ नरीमन, आर। भानुमति और अशोक भूषण की बेंच ने दोनों की याचिका को सुनवाई योग्य नहीं समझा। इससे पहले दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने बीती 7 जनवरी 2020 को चारों के खिलाफ डेथ वारंट जारी करते हुए फांसी की सजा देने के लिए 22 जनवरी सुबह 7 बजे का समय तय किया था।