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दशहरे के नाम से मशहूर कुल्लू पर टिकी हैं सबकी निगाहें
कुल्लू हिमाचल प्रदेश का वो नाम जो पूरे विश्वभर में दशहरे के नाम से जाना जाता है। यहां की खासियत ये है कि दशहरा (Dussehra) कुछ अलग तरह से मनाया जाता है,पुतले नहीं जलते,दुनियाभर से लोग यहां दशहरे पर आते हैं। चुनावी बेला में कुल्लू सीट (Kullu Seat) पर चर्चा करनी जरूरी हो जाती है। पीएम नरेंद्र मोदी भी इसी देवभूमि कहे जाने वाले कुल्लू में पधार रहे हैं। कुल्लू की सीट पर इस वक्त तक कांग्रेस (Congress) काबिज है। विधानसभा चुनाव सिर पर है,इस बार क्या समीकरण बन रहे हैं,सबकी नजरे लगी हुई हैं।
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वर्ष 2017 में कांग्रेस के सुंदर सिंह ठाकुर, 2012 में एचएलपी से महेश्वर सिंह, 2007 में बीजेपी (BJP) से गोविंद सिंह ठाकुर, 2003 में कांग्रेस से राज कृष्ण गौड़, 1998 में बीजेपी से चंदर साईं ठाकुर, 1993 में कांग्रेस से राज कृष्ण गौड़, 1985 में कांग्रेस से राज कृष्ण गौड़, 1982 में बीजेपी से कुंज लाल, 1977 में जेएनपी से कुंज लाल व इससे पहले 1972 में कांग्रेस से लाल चंद्रपति को इस सीट से विधायक चुना गया था। कुल्लू विधानसभा क्षेत्र में लगभग 88,957 वोटर हैं, जिनमें करीब 45,112 पुरुष और 43,840 महिला मतदाता हैं। वर्ष 2017 में कांग्रेस के (Sunder Singh Thakur) सुंदर सिंह ठाकुर 31,423 वोट से पहले स्थान पर और बीजेपी के महेश्वर सिंह 29,885 वोट से दूसरे स्थान पर रहे।
हिमाचल प्रदेश की कुल्लू सीट महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्र में शामिल हैं। क्योंकि इस क्षेत्र में जिले का मुख्यालय है, इस जिले अंतर्गत 4 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। कुल्लू घूमने के लिए काफी मशहूर है। दूर-दूर से पर्यटक (Tourist) यहां छुट्टियां मनाने के लिए आते हैं। यहां ऐसी कई चीजें हैं जो आकर्षण का केंद्र हैं। मणिकर्ण घाटी (Manikarn Valley) , खराहल और लग घाटी भी इन्हीं जगहों में शामिल हैं। देखना होगा कि इस मर्तबा कुल्लू में ऊंट किस करवट बैठता है।