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ओमिक्रॉन का खौफ: एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग, जीनोम सिक्वेंसिंग, ये है सरकार की तैयारी
नई दिल्ली। कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन की देश में भी मिलने की पुष्टि हो चुकी है। अफ्रीका से लौटे एक शख्स में कोरोना का नया वायरस पाया गया है। महाराष्ट्र सरकार ने युवक को क्वारंटीन कर दिया है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिवार वालों के कोरोना नमूनों को जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया है। ऊधर, कोरोना वायरस का ओमीक्रॉन वैरिएंट रविवार तक विश्व के कई देशों में फैल गया। नीदरलैंड, डेनमार्क और ऑस्ट्रेलिया में कोरोना के नए वैरिएंट के मामले पाए गए हैं। इस सब के चलते कई देशों में प्रतिबंध लगने भी शुरू हो गए हैं।
भारत सरकार ने भी रविवार को कहा कि वह अंतरर्राष्ट्रीय उड़ानों को शुरू किए जाने की समीक्षा करेगी। शनिवार को सरकार ने उन देशों की सूची जारी की जहां से आने वाले यात्रियों में ओमीक्रॉन का अधिक रिस्क है। इन देशों में दक्षिण अफ्रीका, चीन, बोत्सवाना, यूके, ब्राजील, इजरायल, बांग्लादेश, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, और हांगकांग शामिल हैं।
केंद्र ने राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों को कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दे दिए हैं। साथ ही कोरोना की दूसरी लहर जैसी भयावह स्थिति उत्पन्न ना हो इसे लेकर निर्देश दिए हैं। बुनियादी स्वास्थ्य सुविधा को दुरूस्त करने के लिए राज्य सरकार और केंद्र अपने-अपने स्तर पर जुट गई है। गृह मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वैरिएंट के ग्लोबल सिनारियो की समीक्षा करने के बाद ही केंद्र अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों को फिर से शुरू करने की प्रभावी तारीख पर निर्णय लेगा। बता दें कि शुक्रवार को सरकार ने 15 दिसंबर से वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर से शुरू करने का फैसला किया था।
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गृह मंत्रालय की तरफ से जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक, देश में आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की टेस्टिंग और निगरानी पर मानक संचालन प्रक्रिया की समीक्षा करने का फैसला किया है। ये खासकर जोखिम वाले देशों से आने वाले यात्रियों के लिए है। एमएचए ने आगे कहा कि हवाईअड्डा स्वास्थ्य अधिकारियों (एपीएचओ) और बंदरगाह स्वास्थ्य अधिकारियों (पीएचओ) को टेस्टिंग प्रोटोकॉल के लिए संवेदनशील बनाया जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना हॉटस्पॉट और कोरोना गाइडलाइन पालन करवाने की अपील की है। राजेश भूषण ने कहा कि रिस्क जोन वाले देशों के यात्रियों की स्क्रीनिंग और 14 दिन के क्वारंटाइन के साथ, राज्यों को ‘हॉटस्पॉट’ या उन क्षेत्रों की निगरानी करना जारी रखना चाहिए, जहां हाल ही में कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। उन्होंने राज्यों को जारी पत्र में कहा है कि राज्यों को कोविड -19 के प्रभावी नियंत्रण के लिए इसके हॉटस्पॉट को जल्दी से अलग कर देना चाहिए।
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिशानिर्देशों का एक सेट भी जारी किया, जिससे भारत आने पर ‘रिस्की’ देशों से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य हो गया है। मंत्रालय ने कहा कि उन्हें हवाईअड्डा छोड़ने या कनेक्टिंग फ्लाइट लेने से पहले परिणामों की प्रतीक्षा करने की भी आवश्यकता होगी। इसमें कहा गया है कि ‘रिस्की’ माने गए देशों के अलावा अन्य देशों से आने वाले यात्रियों को हवाई अड्डे से बाहर जाने की अनुमति होगी और आगमन के बाद 14 दिनों के लिए उन्हें क्वारंटीन होना होगा। लेकिन उनमें से पांच प्रतिशत का हवाई अड्डे पर रेंडम टेस्ट किया जाएगा।
कोरोना के नए वैरिएंट के खतरे को देखते हुए इस बार राज्य सरकार अधिक अलर्ट मोड़ पर हैं। हरियाणा सरकार ने कहा कि कोविड-19 प्रतिबंधों को 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया गया है। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि राज्य का स्वास्थ्य विभाग ओमीक्रॉन वैरिएंट के मद्देनजर स्थिति की नियमित निगरानी कर रहा है। अधिकारियों को स्थिति पर नजर रखने और ‘सबसे खराब’ के लिए तैयार रहने की जरूरत है। तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव राधाकृष्णन ने जिला कलेक्टरों को निर्देश दिया है कि वे कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन स्ट्रेन के उभरने के मद्देनजर निगरानी को बढ़ाएं।
स्वास्थ्य सचिव ने अधिकारियों को टीकाकरण कवरेज में तेजी लाने का भी निर्देश दिया है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे प्रभावित देशों से आने वाली उड़ानों को रोकने का आग्रह किया है। केजरीवाल ने पत्र में लिखा, ‘हमारे देश ने पिछले डेढ़ साल से कोरोना के खिलाफ कड़ी लड़ाई लड़ी है। बड़ी मुश्किल से और हमारे लाखों कोविड योद्धाओं की निस्वार्थ सेवा के कारण, हमारा देश कोरोना वायरस से उबर पाया है।’