-
Advertisement
बिना UGC-NET के मिल सकता है PhD में एडमिशन, जानें क्या है प्रक्रिया
Last Updated on January 13, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। PhD का सपना देखने वाले लोगों के लिए यह खबर काम की है क्योंकि यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि अगर आप UGC-NET क्वालीफाई नहीं कर पाते हैं तो भी आप पीएचडी में एडमिशन ले सकते हैं। UGC-NET क्लियर करने के बाद छात्र कॉलेज में पढ़ाने के काबिल हो जाते हैं। PHD करने के दो तरीके हैं, रेगुलर पीएचडी और दूसरा पार्ट टाइम पीएचडी। रेगुलर पीएचडी के लिए आपको तीन साल तक विश्वविद्यालय में रहना होता है। पार्ट टाइम पीएचडी की अवधि पांच साल की होती है।
यह भी पढ़ें :- इसी महीने जारी हो सकते हैं CBSE 10th-12th के एडमिट कार्ड
UGC NET/SET/JRF- अगर आप यूजीसी नेट या जेआरएफ क्वालिफाई हैं तो यूजीसी के नियमानुसार अभी तक आपको रिटेन टेस्ट नहीं देना पड़ता है। UGC NET/SET/JRF उम्मीदवार इंटरव्यू से नहीं बच सकते। इसे क्वॉलिफाई करने के बाद ही पीएचडी में इनरोलमेंट करा पाएंगे। कई विश्वविद्यालय इसके लिए सिनॉप्सिस प्रजेंटेशन भी लेते हैं। SET (STATE ELIGIBILITY TEST) होता है। यह उम्मीदवार के राज्य के विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश में नेट की तरह काम करता है, लेकिन केंद्रीय विश्वविद्यालयों में नहीं
अगर उम्मीदवार ने एमफिल कर रखा है और वह पीएचडी में प्रवेश चाहता हो तो उसे रिटेन टेस्ट से छूट मिल जाती है। वह केवल इंटरव्यू क्वालिफाई करके पीएचडी में प्रवेश ले सकता है। लेकिन कुछ विश्वविद्यालयों एमफिल वालों को भी रिटेन देना पड़ता है। आवेदक को विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एंट्रेस एग्जाम क्वालिफाई करना होता है, जो लोग इसे क्वालिफाई कर लेते हैं उनको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इंटरव्यू के बाद मैरिट लिस्ट बनती है, इसमें भी आरक्षण मिलता है। इसके बाद एक फाइनल मैरिट लिस्ट बनती है।