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Results for " सेना भर्ती "
पंचतत्व में विलीन हुआ Bilaspur का शहीद करनैल, सैंकड़ों नम आंखों ने दी अंतिम विदाई
करनैल सिंह ने दो साल पहले ही सेना की वर्दी पहनी थी। आज जैसे ही उसकी देह घर पर पहुंची तो शहीद के माता-पिता व बहनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया।
सरकाघाट के BSF जवान की PGI में मौत, गांव में पसरा मातम
परमिंदर कुमार को कुछ माह पहले लिवर की बीमारी हुई थी। जिसके चलते उनका पीजीआई में इलाज चल रहा था। बीती रात उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई।
नम आंखों से दी Sarkaghat के सैनिक संतोष कुमार को अंतिम विदाई
बातचीत के दौरान संतोष ने तबीयत खराब होने और दवाई लेने की बात बताई, लेकिन इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और उसे सैनिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया
इन पांच पदों के लिए होंगे Interview, 10755 रुपए मिलेगा वेतन
उम्मीदवार की आयु 18 से 28 वर्ष तथा योग्यता 12वीं या इससे अधिक सहित कम्पयूटर कोर्स होना अनिवार्य है। अभ्यर्थी को मासिक 10,755 रुपए वेतन दिया जाएगा।
अवैध खनन के खिलाफ Congress, स्वां नदी में दी दबिश-करवाए चालान
अवैध खनन को बंद करवाया और टिप्पर को भी ओवरलोडिंग के चलते पकड़ा। पुलिस व खनन विभाग ने कार्रवाई करते हुए 2 टिप्परों व एक ट्रैक्टर का चालान भी किया।
नौकरी: Private Company भर रही हैं 825 पद, 24300 तक मिलेगा वेतन
उम्मीदवार की उम्र 18 वर्ष से 45 वर्ष होनी चाहिए। आवेदनकर्ता को आवेदन 14 फरवरी से पहले एचएमपीए लिमिटेड बीबीएमबी कॉलोनी सुंदरनगर पर भेजने होंगे।
कांगड़ा एयरपोर्ट विस्तार: पांच गांव के ग्रामीणों ने बजाया आंदोलन का बिगुल, निकाली रैली
पंचायत प्रतिनिधियों ने दो टूक कहा कि वह कांगड़ा एयरपोर्ट का विस्तार मांझी खड्ड से आगे नहीं होने देंगे। इसके लिए जरूरत पड़ी तो वे आमरण अनशन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
करसोग के जवान को नम आंखों से अंतिम विदाई, डूबने से गई थी जान
राजीव शर्मा घातक कमांडो प्रशिक्षण पंजाब के पठानकोट समीप रणजीत सागर बांध में तैराकी से जुड़े हुए थे व उसी प्रशिक्षण के दौरान मौत ने उन्हें काल का ग्रास बनाया।
Corona Virus: चीन के वुहान में 1000 बेड का अस्पताल 10 दिन में तैयार, देखें तस्वीरें
रविवार को कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों के इलाज के लिए चीन के वुहान में 10 दिन के भीतर बनकर तैयार हुए 1000 बेड के अस्पताल का लोकार्पण कर दिया।
RSS के कार्यक्रम में पहुंचे बीजेपी अध्यक्ष बिंदल, सत्ती भी थे संग
बीस दिन तक कठोर दिनचर्या का पालन करते हुए स्वयंसेवकों ने वर्ग में सीखे गए विभिन्न कार्यक्रमों नियुद्ध, दंड-युद्ध, योगासन, पद-विन्यास व खेल का प्रदर्शन किया।