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एक साल में तैयार हो जाएगा पंडोह बाईपास टकोली फोरलेन प्रोजेक्ट
मंडी में पंडोह बाईपास टकोली फोरलेन प्रोजेक्ट को अगले एक साल के भीतर यातायात के लिए पूरी तरह से बहाल कर दिया जाएगा। यह जानकारी इस प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य कर रही एफकॉन्स कंपनी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रणजीत कुमार सिंह ने दी। उन्होंने आज इस प्रोजेक्ट की सबसे महत्वपूर्ण नौवीं टनल का ब्रेकथ्रू किया। ब्रेकथ्रू के साथ ही इस टनल के दोनों छोर आपस में मिल गए। इस टनल की लंबाई 2.74 किलोमीटर है और यह टनल इस पूरे प्रोजेक्ट का प्रवेश द्वार है।
इस टनल को आरएचएस के नाम से जाना जाता है। जबकि इसके समानांतर एलएचएस के नाम से एक और टनल का निर्माण किया जा रहा है जोकि इस प्रोजेक्ट की दसवीं टनल है व इसका ब्रेकथ्रू दो से तीन माह में कर दिया जाएगा। एफकॉन्स कंपनी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रणजीत कुमार सिंह ने बताया कि पंडोह बाईपास टकोली प्रोजेक्ट का निर्माण करना सबसे चुनौतीपूर्ण और कठिन कार्य था लेकिन इस कार्य को सभी के सहयोग से सफलतापूर्वक पूरा किया जा रहा है। अभी तक इस प्रोजेक्ट की पांच टनलों को सरकार के निर्देशों पर यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है जबकि पूरे प्रोजेक्ट को अगले एक वर्ष के भीतर यातायात के लिए पूरी तरह से सुचारू कर दिया जाएगा।
विपरीत भौगोलिक परिस्थिति में पूरा हुआ चुनौतीपूर्ण कार्य
वहीं एफकॉन्स कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर विनोद ठाकुर, साइट इंचार्ज राजेंद्र वर्मा व जियोलॉजिस्ट अमित कुमार ने बताया कि इस टनल का निर्माण करना काफी चुनौतिपूर्ण था क्योंकि यहां की भौगोलिक परिस्थितियां बिल्कुल विपरित थी। टनल की खुदाई के दौरान कई बार कैवेटी का सामना करना पड़ा लेकिन बेहतरीन कार्यकुशलता का परिचय देते हुए अब इस टनल का ब्रेकथ्रू कर दिया गया है। यह हम सभी के लिए नया अनुभव था और इससे बहुत कुछ सीखने को भी मिला है।
बता दें कि सामरिक महत्व वाले किरतपुर मनाली फोरलेन प्रोजेक्ट में पंडोह बाईपास टकोली प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य सबसे महत्वपूर्ण और चुनौती भरा कार्य था। इस कार्य को शाहपुरजी-पलौनजी और एफकॉन्स कंपनी द्वारा किया जा रहा है। अब यह प्रोजेक्ट अपनी समाप्ती पर है और इसके बन जाने से जहां सेना को इसका लाभ मिलेगा वहीं कुल्लू मनाली आने वाले पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों को भी इस सुविधा का लाभ मिलेगा।