-
Advertisement
हिमाचल में अब यहां भी उड़ेंगे मानव परींदे, पैराग्लाइडिंग को मिल हरी झंडी
नाहन। हिमाचल के सिरमौर (Sirmaur) जिला के ददाहू में भी अब मानव परींदे आसमान में उड़ते दिखाई देंगे। ददाहू में पैराग्लाइडिंग (Paragliding) को हरी झंडी मिल गई है। पैराग्लाइडिंग को लेकर ददाहू पहुंची तकनीकी कमेटी (Technical Committee) ने कटाह शीतला पंचायत के खैना गांव में निरीक्षण करने के बाद अपनी स्वीकृति दे दी है। पर्यटन विभाग अब यहां पैराग्लाइडिंग गतिविधियां शुरू करवाएगा। बता दें कि कमेटी के नौ विशेषज्ञ पैरा पैराग्लाइडरों ने शुक्रवार को ददाहू में सात बार अलग-अलग दिशाओं में उड़ान भर कर सफल लैंडिंग कर तकनीकी पहलुओं का जायजा लिया। इनमें दो टेंडम और पांच सोलो उड़ानें भरी गईं, जो सफल रहीं। इस दौरान अतंरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पायलट ज्योति ठाकुर के नेतृत्व में रणजीत सिंह, राजकुमार, अरुण, अजय ठाकुर, राहुल गढ़वाल, सन्नी और वरुण पैराग्लाइडरों ने 400 से 700 मीटर की ऊंचाई तक अलग-अलग दिशाओं में खैना से उड़ान भरकर जलाल नदी के तट पर सफल लैंडिंग की।
यह भी पढ़ें:हिमाचल: सुरक्षा कर्मियों की निगरानी में होगी पैराग्लाइडिंग, रेट भी किए निर्धारित
जानकारी देते हुए अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के निदेशक और तकनीकी कमेटी के अध्यक्ष अविनाश नेगी ने बताया कि ददाहू में पैराग्लाइडिंग के लिए उपयुक्त स्थान और अनुकूल माहौल पाया गया है। टेक ऑफ और लैंडिंग के लिए चयनित दोनों स्थान पर्याप्त हैं, जो मानकों पर खरा उतर रहे हैं। सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए यहां पैराग्लाइडिंग को स्वीकृति दी गई है। इसके साथ ही ऐतिहासिक रेणुका झील (Historic Renuka Lake) में भी साहसिक खेलों को भी हरी झंडी मिल गई है। पर्यटन विभाग के माध्यम से रेणुका झील में भी पर्यटकों (Tourist) को आकर्षित करने के लिए जल क्रीड़ाओं के साथ ही साहसिक गतिविधियों को भी करवाया जाएगा। इसकी स्वीकृति भी तकनीकी कमेटी ने पर्यटन विभाग को दे दी है। तकनीकी कमेटी में रेस्क्यू टीम सदस्य सूरज भान ने रेणुका झील में साहसिक गतिविधियों का सफल प्रशिक्षण किया।