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6 साल का था तब एक उंगली कट गई थी, Gloves नहीं होते थे Fit: पार्थिव पटेल
नई दिल्ली। महज 17 साल की उम्र में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए डेब्यू करने वाले पार्थिव पटेल (Parthiv Patel) विश्व के एकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 9 उंगलियों के साथ पूरे करियर में विकेटकीपिंग की है। जी हां, ये बात सच है और खुद विकेटकीपर बल्लेबाज़ पार्थिव पटेल ने इस बात का खुलासा किया है। इस बारे में बात करते हुए पार्थिव ने बताया कि जब मैं 6 साल का था तब मेरी एक उंगली (Finger) दरवाज़े में दबकर कट गई थी। उन्होंने बताया, ‘यह थोड़ा मुश्किल है क्योंकि अंतिम उंगली ग्लव्स (Gloves) में फिट नहीं आती थी, इसलिए मैं इसे जोड़े रखने के लिए टेप लगा देता था।’
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भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज़ पार्थिव पटेल ने आगे कहा कि मुझे नहीं पता अगर मेरी सभी उंगलियां होतीं तो मैं कैसा परफॉर्म करता, लेकिन देश का प्रतिनिधित्व करना बहुत अच्छा रहा। 9 उंगलियों से अब तक विकेटकीपिंग कर रहे पार्थिव पटेल को महेंद्र सिंह धौनी के टीम में आने के बाद कम मौके मिले। कुछ ही साल के बाद एमएस धौनी टीम के कप्तान बन गए और फिर पार्थिव पटेल भारतीय टीम के लिए ज्यादा खेल नहीं पाए। हालांकि इसके बावजूद भी पार्थिव पटेल ने घरेलू क्रिकेट में लगातार अपना योगदान दिया है। 2002 में डेब्यू के बाद पार्थिव पटेल 2003 वर्ल्ड कप की टीम का हिस्सा थे। उन्होंने अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच 2018 में दक्षिण अफ्रीका में खेला। पार्थिव पटेल के नेतृत्व में गुजरात ने 2016-17 सीजन को इंदौर में हुए फाइनल मुकबले में मुंबई को हरा कर रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया। फाइनल में मुंबई के खिलाफ उन्होंने दोनों पारियों में 90 और 143 रन बनाए थे।