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नगरोटा सूरियां CHC के हाल- अकेली डॉक्टर क्या-क्या करे-इमरजेंसी देखे या OPD
Last Updated on February 10, 2020 by Deepak
रविंद्र चौधरी/नगरोटा सूरियां। विकास खंड नगरोटा सूरियां (Nagrota Suriya) सीएचसी (CHC) आजकल एक महिला डॉक्टर के सहारे चल रहा है। यह महिला डॉक्टर इमरजेंसी मरीजों के साथ डिलीवरी के लिए आई महिलाओं को चेक करती है। साथ ही सीएचसी में रोजाना 200 के करीब ओपीडी होती है, जिसके चलते यहां आए मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ता है। यहां तक कि कई बार उनका नंबर ही नहीं आता है, जिससे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यह मरीज काफी इंतजार के बाद या तो घरों का रुख करते हैं या फिर निजी अस्पताल की ओर चले जाते हैं। लोगों का आरोप है कि सरकार प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के दावे करती है, लेकिन यह महज कागजों तक ही सीमित होते हैं।
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सोमवार को भी अस्पताल में कुछ ऐसा ही हाल रहा। यहां सुबह 9 बजे आए मरीजों को पहले घंटों लाइन में लगना पड़ा, जिनका नंबर दोपहर एक बजे तक भी नहीं आया। लोगों के अनुसार महिला डॉक्टर जब अस्पताल पहुंची तो वहां दो डिलीवरी केस आए हुए थे। इसके साथ ही 4 इमरजेंसी मरीज थे, जिसके चलते ओपीडी में चेक करवाने आए मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ा। बताया जा रहा है कि अस्पताल में तैनात एकमात्र महिला डॉक्टर डे नाइट ड्यूटी कर रही हैं, लेकिन विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। यहां तक कि स्थानीय विधायक भी यहां का कई बार औचक निरीक्षण कर चुके हैं, लेकिन पिछले दो साल से इस अस्पताल में आज तक कोई डॉक्टर नहीं पहुंचा है। वहीं लोगों में इस बात को लेकर भारी रोष है। लोगों का कहना है कि सरकार अगर इस अस्पताल में डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं कर सकती तो इस सीएचसी को बंद कर देना चाहिए।