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Punjab के लोगों को #Corona से ज्यादा खतरा, 40% लोग ओवरवेट, PGI ने दी ये नसीहत
Last Updated on September 20, 2020 by Deepak
चंडीगढ़। कोरोना की चपेट में आकर मरने वालों में ज्यादार बीमार लोग हैं। मोटे लोगों को कोरोना (#Corona) से ज्यादा खतरा है ये तो रिसर्च से क्लियर कर ही दिया है। अनियमित खानपान की आदतों के कारण पंजाब में ज्यादातर (40%) लोग ओवरवेट पाए गए हैं। द इंडियन रेगुलेटरी बॉडी, फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी आफ इंडिया (FSSAI) के मुताबिक विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रिपोर्ट जारी कर चेताया है कि खाना बनाने के मामले में प्रयोग होने वाले खाद्य तेल में 2 प्रतिशत तक ट्रांसफैट की कैपिंग की जानी चाहिए, ताकि लोगों में ट्रांसफैट की समस्या रोकी जा सके।
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पीजीआई (PGI) के डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिटी मेडिसिन एंड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के डॉ. सोनू गोयल के मुताबिक ओवरवेट लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण घातक साबित हो रहा है। यह वायरस लोगों की सांस नली के साथ-साथ फेफड़ों पर प्रहार करता है। इसके कारण अत्यधिक वजन वाले लोगों में यह घातक रूप ले रहा है। कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए जरूरी है, लोग खुद को तंदुरुस्त रखें। पौष्टिक आहार के साथ-साथ नियमित व्यायाम करें।
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पीजीआई के डॉक्टरों के मुताबिक विश्व स्वास्थ संगठन (WHO) की 2018 की रिपोर्ट में कहा गया है कि पंजाब के लोगों को अपने खाने-पीने की चीजों में से ट्रांसफैट (Transfat) की मात्रा घटानी चाहिए। लोगों को दिनभर में सिर्फ एक प्रतिशत तक ट्रांसफैट का सेवन करना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति दिनभर में दो हजार कैलरी वाले खाने का सेवन कर रहा है तो उसे 2.2 जी प्रतिदिन ट्रांसफैट का ही सेवन करना चाहिए। भारत में हर साल लोगों में अत्यधिक ट्रांसफैट होने के कारण 60 से 75 हजार लोगों की मौत हो जाती है। पूरे देश में पंजाब ऐसा राज्य हैं, जहां लोगों में सबसे ज्यादा ट्रांसफैट है। इसके कारण लोगों में दिल की बीमारियां और मोटापा सबसे ज्यादा पाया गया है। ऐसे समय में जब पूरी दुनिया कोरोना से लड़ रही है, हमें लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए। इसमें गैर-संचारी रोगों को रोकने के लिए सभी संभव कदम उठाना शामिल है जो उन्हें कोरोना वायरस के लिए अधिक संवेदनशील बना सकते हैं और समय से पहले मौत का कारण बन सकते हैं।