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Covid Infected Area से आने और कोरोना के लक्षण वाला ही होगा Institutional Quarantine
Last Updated on June 1, 2020 by Deepak
मंडी। जिला में अब सिर्फ वही लोग इंस्टीच्यूशनल क्वारंटाइन( Institutional Quarantine) में रखे जाएंगे जो कोविड इन्फेक्टिड एरिया( Covid Infected Area) से आ रहे हैं या फिर जिनमें कोरोना के किसी प्रकार के लक्षण हैं। यह जानकारी डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर( DC Mandi Rigved Thakur) ने आज मंडी में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान दी। उन्होंने बताया कि सरकार के नए दिशा निर्देशों के तहत क्वारंटाइन( Quarantine) में बदलाव किया गया। जिला के सभी नाकों को हटा दिया गया है और सिर्फ प्रदेश की सीमाओं पर ही लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी।
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बाहर से जो व्यक्ति प्रदेश या फिर मंडी जिला में आ रहा है उसे इंस्टीच्यूशनल क्वारंटाइन में नहीं भेजा जाएगा। यहां सिर्फ उन लोगों को रखा जाएगा जो भारत सरकार द्वारा चिन्हित किए गए कोविड इन्फेक्टिड क्षेत्रों से आ रहे हैं या फिर उन लोगों को यहां रखा जाएगा जिनमें किसी प्रकार के लक्ष्ण हैं। अगर कोई सामान्य क्षेत्र से आ रहा है और उसमें कोई लक्ष्ण नहीं तो फिर उसे होम क्वारंटाइन में रखा जाएगा। इसमें भी अब जिला प्रशासन ने बदलाव कर दिया है। अब सिर्फ बाहर से आने वाला व्यक्ति ही होम क्वारंटाइन में रहेगा जबकि उसके परिवार को क्वारंटाइन नहीं किया जाएगा। इससे पहले जिला में पूरे परिवार को 14 दिनों के क्वारंटाइन में रखने का आदेश था। डीसी मंडी ने बताया कि अभी तक जिला में बाहरी राज्यों से 12339 लोग आ चुके हैं जिनमें से 745 इंस्टीच्यूशनल और 2700 होम क्वारंटाइन में हैं।
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छूट का फायदा न उठाएं, खतरा न तो हटा है और न ही घटा
ऋग्वेद ठाकुर ने स्पष्ट किया कि दी जा रही छूट का लोग नाजायज फायदा न उठाएं क्योंकि खतरा न तो हटा है और न ही घटा है। लोगों को खुद सावधानियां बरतनी पड़ेगी तभी इससे बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि यदि मंडी जिला में संक्रमण अधिक बढ़ता है तो उस स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने बताया कि मेडिकल कालेज नेरचौक को कोविड 19 के लिए समर्पित अस्पताल घोषित किया गया है और यहां 130 मरीजों को रखने की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के पास हर स्थिति से निपटने के पुख्ता बंदोबस्त हैं।