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#Parliament_Attack_ 2001: शहीदों को नमन कर बोले PM Modi- कायराना हमले को कभी नहीं भुलाएंगे
Last Updated on December 13, 2020 by Sintu Kumar
नई दिल्ली। संसद पर आतंकी हमले( Parliament Attack 2001) की आज 19 वीं बरसी है। आज ही को दिन आतंकियों ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान हमला किया था। इस हमले में आठ सुरक्षा कर्मियों सहित नौ लोगों ने जान गंवाई थी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने सभी पांच आतंकवादियों को मार गिराया था। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)ने आज इस हमले में में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को रविवार को श्रद्धांजलि दी और कहा कि भारत अपनी संसद पर हुए कायराना हमले को कभी नहीं भूलेगा। पीएम ने अपने ट्वीट संदेश में कहा- ‘हम हमारी संसद पर आज ही की तारीख में 2001 में हुए कायराना हमले को कभी नहीं भुलाएंगे। हम हमारी संसद की रक्षा करते हुए अपनी जान गंवाने वालों के बलिदान एवं बहादुरी को याद करते हैं। हम हमेशा उनके शुक्रगुजार रहेंगे।
We will never forget the cowardly attack on our Parliament on this day in 2001. We recall the valour and sacrifice of those who lost their lives protecting our Parliament. India will always be thankful to them.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2020
वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा- साल 2001 में आज के दिन संसद पर हुए आतंकवादी हमले का डटकर मुक़ाबला करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी बहादुर सुरक्षा कर्मियों के पराक्रम एवं शौर्य को मैं नमन करता हूं। उनकी शौर्यगाथा को इस देश की आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी।
साल २००१ में आज के दिन संसद पर हुए आतंकवादी हमले का डट कर मुक़ाबला करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी बहादुर सुरक्षा कर्मियों के पराक्रम एवं शौर्य को मैं नमन करता हूँ। उनकी शौर्यगाथा को इस देश की आने वाली पीढ़ियाँ भी याद रखेंगी।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 13, 2020
गृह मंत्री अमित शाह ने इस मौके पर कहा2001 में लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन पर हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले में दुश्मनों से लोहा लेते हुए अपना सर्वोच्च न्योछावर करने वाले मां भारती के वीर सपूतों को कोटि-कोटि नमन करता हूं. कृतज्ञ राष्ट्र आपके अमर बलिदान का सदैव ऋणी रहेगा।
2001 में लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन पर हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले में दुश्मनों से लोहा लेते हुए अपना सर्वोच्च न्योछावर करने वाले माँ भारती के वीर सपूतों को कोटि-कोटि नमन करता हूँ। कृतज्ञ राष्ट्र आपके अमर बलिदान का सदैव ऋणी रहेगा। pic.twitter.com/lbhn6FlTH9
— Amit Shah (@AmitShah) December 13, 2020
3 दिसंबर ,2001 की दोपहर जब संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा था और विपक्षी सांसदों के हंगामे की वजह से दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी थी, उसी दौरान जैश-ए-ंमोहम्मद के पांच आतंकवादियों ने संसद परिसर में अंधाधुंध गोलियां बरसाईं थी। देश की राजधानी के बेहद महफूज माने जाने वाले इलाके में शान से खड़ी संसद भवन की इमारत में घुसने के लिए आतंकवादियों ने सफेद रंग की एम्बेसडर का इस्तेमाल किया और सुरक्षाकर्मियों को गच्चा देने में कामयाब रहे, लेकिन उनके कदम लोकतंत्र के मंदिर को अपवित्र कर पाते उससे पहले ही सुरक्षा बलों ने उन्हें ढेर कर दिया।