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Defence Expo 2020: पीएम बोले- ‘डिफेंस मैन्युफेक्चरिंग में देश का सबसे बड़ा हब होगा UP’
Last Updated on February 5, 2020 by
लखनऊ। पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लखनऊ में Defence Expo 2020 का उद्घाटन किया। इस मौके पर पीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश यूं तो देश का सबसे बड़ा राज्य है ही लेकिन आने वाले समय में यह डिफेंस मैन्युफेक्चरिंग में देश का सबसे बड़ा हब होगा। पीएम मोदी ने इस मौके पर आधुनिकतम हथियारों का जायजा किया। पीएम मोदी यहां वर्चुअल शूटिंग रेंज में निशाना लगाते भी दिखे। पीएम मोदी ने एक्सपो (Defence Expo 2020) में मौजूद एक्सपर्ट्स से हथियारों के बारे में जानकारी ली।
LIVE: PM Modi is speaking at the inauguration of Defence Expo 2020 in Lucknow, Uttar Pradesh. #DefExpo2020 https://t.co/OdafS0LzBT
— BJP (@BJP4India) February 5, 2020
पीएम ने कहा- ‘इस बार एक हज़ार से ज्यादा डिफेंस मैन्यूफैक्चरर और दुनियाभर की डेढ़ सौ कंपनियां इस एक्स्पो का हिस्सा हैं। इसके अलावा 30 से ज्यादा देशों के डिफेंस मिनिस्टर्स और सैकड़ों बिजनेस लीडर्स भी यहां उपस्थित हैं। पीएम ने कहा- ‘आज का ये अवसर भारत की रक्षा-सुरक्षा की चिंता करने वालों के साथ-साथ पूरे भारत के युवाओं के लिए भी बड़ा अवसर है। मेक इन इंडिया से भारत की सुरक्षा बढ़ेगी, वहीं डिफेंस सेक्टर में रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे।’ पीएम ने कहा- ‘दुनिया में जब 21वीं सदी की चर्चा होती है तो स्वाभाविक रूप से भारत की तरफ़ ध्यान जाता है। आज का ये डिफेंस एक्सपो भारत की विशालता, उसकी व्यापकता, उसकी विविधता और विश्व में उसकी विस्तृत भागीदारी का सबूत है।’
पीएम ने कहा- ‘रक्षा और इकॉनोमी जैसे विषयों की जानकारी रखने वाले ज़रूर इस बात को जानते हैं कि भारत सिर्फ़ एक बाज़ार ही नहीं है। भारत पूरे विश्व के लिए एक अपार अवसर है।’ उन्होंने कहा- ‘टेक्नॉलॉजी का गलत इस्तेमाल हो और टेररिज्म हो या फिर सायबर थ्रेट, ये पूरे विश्व के लिए एक बड़ी चुनौती है। नई सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए दुनिया की तमाम डिफेंस फोर्सेस, नई टेक्नॉलॉजी को इवॉल्व कर रही हैं। भारत भी इससे अछूता नहीं है। ‘ पीएम ने कहा, ‘अब हमारा लक्ष्य ये है कि आने वाले 5 वर्ष में डिफेंस एक्सपोर्ट को 5 बिलियन डॉलर यानी करीब 35 हज़ार करोड़ रुपए तक बढ़ाया जाए।’ दुनिया की दूसरी बड़ी आबादी, दुनिया की दूसरी बड़ी सेना और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र, कब तक सिर्फ और सिर्फ इम्पोर्ट के भरोसे रह सकता था।’
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पीएम ने कहा- ‘आधुनिक शस्त्रों के विकास के लिए दो प्रमुख आवश्यकताएं हैं,शोध और विकास की उच्च क्षमता और उन शस्त्रों का उत्पादन। बीते 5-6 वर्षों में हमारी सरकार ने इसे अपनी राष्ट्रनीति का प्रमुख अंग बनाया है। मैं समझता हूं कि उपभोक्ता और निर्माता के बीच भागीदारी से राष्ट्रीय सुरक्षा को और अधिक शक्तिशाली बनाया जा सकता है।’ उन्होंने कहा- ‘पहले डिफेंस मैन्युफेक्चरिंग में प्राइवेट सेक्टर को टेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की बहुत समस्याएं आती थीं। इसके लिए अब रास्ते खोले गए हैं और DRDO में भारतीय उद्योगों के लिए बिना चार्ज के ट्रांसफर ऑफ टेक्नॉलॉजी की नीति बनाई गई है। ऐसे कदमों से वर्ल्ड सप्लाई चेन में भारतीय उद्योगों की भागीदारी बढ़ेगी। दुनिया के टॉप डिफेंस मैन्युफैक्चर्रस को अधिक काम्पीटेंट इंडियन पार्टर्नर्स मिलेंगे।’
पीएम मोदी ने कहा- ‘आज भारत में दो बड़े डिफेंस मैन्युफेक्चरिंग कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है।जिसमें से एक तमिलनाडु में और दूसरा यहीं उत्तर प्रदेश में हो रहा है।’ पीएम ने कहा, ‘यूपी के डिफेंस कॉरिडोर के तहत यहां लखनऊ के अलावा अलीगढ़, आगरा, झांसी, चित्रकूट और कानपुर में नोड्स स्थापित किए जाएंगे। वैसे यहां पास में ही अमेठी के कोरबा में इंडो रशियन राइफल्स लिमिटेड के बारे में आपने जरूर सुना होगा।’ पीएम ने कहा- ‘वैसे मेरा ये भी सुझाव है कि देश की प्रमुख इंडस्ट्री बॉडीज को डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग का एक कॉमन प्लेटफॉर्म बनाना चाहिए जिससे वो रक्षा के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी के विकास और उत्पादन, दोनों का लाभ उठा सकें।’
पीएम मोदी ने कहा- ‘भारत आज से नहीं बल्कि हमेशा से विश्व शांति का भरोसेमंद पार्टनर रहा है। दो विश्वयुद्ध में हमारा डायरेक्ट स्टेक ना होते हुए भी भारत के लाखों जवान शहीद हुए। आज दुनियाभर में 6 हज़ार से ज्यादा भारतीय सैनिक यूएन पीस कीपिंग फोर्सेज का हिस्सा हैं। भारत में डिफेंस मैन्युफेक्चरिंग में असीमित संभावनाएं हैं। यहां टैलेंट है और टेक्नोलॉजी भी है, यहां इनोवेशन है और इंफ्रास्ट्रक्चर भी है, यहां फेवरेबल पॉलिस है और विदेशी निवेश की सुरक्षा भी है।’