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पुलिस ने शुरू किया #Kedarnath में 2013 की त्रासदी में लापता लोगों के कंकाल ढूंढने का अभियान
Last Updated on September 16, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। साल 2013 और केदारनाथ का नाम लेते ही उत्तराखंड (Uttrakhand) राज्य में आई उस भायवह प्रकृतिक आपदा की तस्वीरें सभी की आंखों के सामने घूमने लगती हैं। 16 जून 2013 को केदारनाथ (Kedarnath) में आई भीषण आपदा में हजारों लोग लापता हो गए थे। जिसके बाद से अबतक वहां पर 600 से ज्यादा नर कंकाल (Human Skeltons) मिल चुके हैं। वहीं, अब इस त्रासदी में लापता हुए लोगों के कंकाल ढूंढने के लिए उत्तराखंड पुलिस ने एक खोज अभियान शुरू किया है।
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गढ़वाल रेंज के आईजी अभिनव कुमार ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस त्रासदी में लापता हुए लोगों की संख्या और बरामद किए शवों की संख्या में बहुत अंतर है। इसलिए कंकालों का डीएनए टेस्ट किया जाएगा। इसके लिए रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में 10 टीमों का गठन किया गया है। 4 दिन तक चलने वाले इस अभियान में जो भी नर कंकाल मिलेंगे उनका डीएनए सैंपल लेने के बाद विधि विधान से अंतिम संस्कार किया जाएगा। एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए नैनीताल हाईकोर्ट ने सरकार को लापता लोगों के नर कंकालों को खोजने के निर्देश दिए थे।
यहां जानें इस खोज अभियान का पूरा ब्योरा
यह अभियान बुधवार सुबह 8 बजे से शुरू होगा। खोजबीन के काम के लिए जिला स्तर पर तैयार की गईं 10 टीमें अलग-अलग मार्गों को पर जाकर खोजबीन करेंगी। हर टीम का नेतृत्व एक उप निरीक्षक करेगा जबकि हर टीम में 2 पुलिस कॉन्स्टेबल, 2 एसडीआरएफ कॉन्स्टेबल और एक फार्मासिस्ट शामिल है। टीम के सहयोग के लिए गाइड के तौर पर कुछ स्थानीय युवाओं को भी शामिल किया गया है। इसके अलावा सभी मार्गों पर चलाए जाने वाले अभियान को सफल बनाने के लिए गूगल मैप का उपयोग किया जाएगा। मैप रीडिंग के लिए हर टीम के साथ एसडीआरएफ कार्मिक मौजूद हैं। अन्य मार्गों की अपेक्षा में 3 कठिन मार्गो में जाने के लिए टीम के सहयोग को स्थानीय स्तर पर मार्गदर्शक (गाइड) व पोर्टरों की भी व्यवस्था की गई है।