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Una ISBT का संचालन करने वाली कंपनी के खिलाफ Private Bus Operators ने खोला मोर्चा
Last Updated on February 19, 2020 by Deepak
ऊना। आईएसबीटी बस स्टैंड ऊना में अव्यवस्थाओं को लेकर हिमाचल प्रदेश निजी बस ऑपरेटर संघ का बस अड्डा संचालक के प्रति गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। निजी बस ऑपरेटर (Private Bus Operators) ने कुछ दिनों पहले जहां बस एंट्री की पर्ची बढ़ाए जाने को लेकर प्रदर्शन किया वहीं बुधवार को निजी बस ऑपरेटर संघ ने प्रदेशाध्यक्ष राजेश पराशर राजू की अध्यक्षता में यात्रियों को पेश आ रही दिक्कतों को लेकर बस संचालक के खिलाफ रोष जताते हुए जमकर नारेबाजी की। ऑपरेटर संघ ने चेतावनी देते हुए कहा अगर 1 मार्च तक यात्रियों को पेश आ रही दिक्कतों को न दूर किया, तो बस स्टैंड को बंद कर प्रदर्शन (Protest) किया जाएगा।
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निजी बस ऑपरेटर संघ ने प्रदेशाध्यक्ष राजेश पराशर राजू ने आरोप लगाया बस अड्डे के ठेकेदार ने आधे-अधूरे बस स्टैंड का सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) से उद्घाटन करवा दिया। वहीं अधिकारियों ने भी सीएम को अंधेरे में रखा। भले ही अड्डे का उद्घाटन हो गया है, लेकिन अभी भी अड्डे में पिछले दो माह से कार्य चला हुआ है। बस अड्डा संचालन ने बहुत सी बातों को नजरअंदाज किया है। उन्होंने कहा कि बस स्टैंड के निकासी द्वार पर चार हिस्से होने चाहिए थे, लेकिन अभी एक ही हिस्से से पर्ची काटी जा रही है। वहीं, बस स्टैंड में भीड़ वाले हिस्से में पानी की व्यवस्था भी नहीं है, जिससे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा शौचालय की व्यवस्था भी दूर गई है। यात्रियों के लिए सामान रखने के लिए क्लॉक रूम की व्यवस्था भी नहीं की गई है। बसों को आने-जाने के लिए पूछताछ सेंटर नहीं है। निजी बस चालको के लिए रेस्टरूम का प्रावधान नहीं किया गया है। पुरुषों व महिलाओं के लिए अलग-अलग वेटिंग रूम नहीं है।
राजू ने कहा कि एग्रीमेंट के मुताबिक बस स्टैंड (Bus stand) में गर्म व ठंडे पानी के पांच अलग-अलग प्वाइंट रखे जाने थे, लेकिन एक भी पानी का प्वाइंट नहीं रखा गया है। बस स्टैंड के अंदर 70 हजार लीटर का डीजल पंप चलाया जा रहा है, जिसके लिए दमकल विभाग की एनओसी तक नहीं ली गई है। अनेक ऐसे कार्य है, जो पूरे नहीं हुए हैं और उसकी एनओसी ले ली गई है। राजेश पराशर ने कहा कि सीएम जयराम ठाकुर इस मामले का संज्ञान लेकर स्वयं जांच के आदेश दें और एक उच्च स्तरीय समिति डीसी की अध्यक्षता बननी चाहिए, जो यह देखे की बस स्टैंड में किस प्रकार की अनियमिताएं चल रही है। राजू ने कहा कि पुराने बस अड्डे को 16 कनाल में बनाया गया था, लेकिन 12 कनाल भूमि बसें पार्क की जाती थी। अब ये नया बस स्टैंड 30 कनाल भूमि में है और बसों के पार्क करने के लिए सिर्फ 8 से 10 कनाल भूमि है। उन्होंने कहा कि उद्घाटन होने के चार माह बाद भी निर्माण कार्य चला हुआ है। पार्किंग स्थल का पूरा हाल है। पराशर ने कहा कि सीएम पुराने बस स्टैंड को ही शुरू करने के निर्देश जारी करें।