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प्रियंका ने CM योगी को लिखा पत्र: हमें 1000 Bus चलाने की अनुमति दें, कांग्रेस उठाएगी खर्च
Last Updated on May 16, 2020 by
लखनऊ। पूरे भारत में जारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच इस महामारी के प्रसार पर लगाम लगाने के लिए लागू किया गया लॉकडाउन (Lockdown) पिछले डेढ़ महीने से भी अधिक समय से जारी है। इस दौरान अपने गांव-घर से दूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए मजदूरों को लॉकडाउन में काम ना मिलने के कारण अपने राज्य वापस लौटना पड़ रहा है। इस सब के बीच शनिवार को उत्तर प्रदेश (UP) के औरैया में हुए सड़क हादसे में 24 मजदूरों की जान चली गई।
ये लोग ट्रकों में बैठक अपने घर जा रहे थे। जिसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ हमलावर रुख इख्तियार कर लिया है। ट्वीट कर सरकार और सरकार की सोच पर सवाल खड़े करने वाली कांग्रेस महासचिव ने सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मजदूरों के लिए बसें चलाने की अनुमति मांगी है।
यहां पढ़ें प्रियंका गांधी ने अपने इस पत्र में क्या लिखा
.. मजदूरों को घर पहुंचाएं। केवल आज के ही दिन में 3 भीषण दुर्घटनाएं घट गईं।
ये मजदूरों को अकेले छोड़ देने का वक्त नहीं है। आशा है उप्र सरकार से सकारात्मक जवाब आएगा। 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 16, 2020
प्रियंका ने सीएम योगी (CM Yogi) को पत्र लिखकर कहा है कि पलायन करते हुए, बेसहारा प्रवासी श्रमिकों के प्रति कांग्रेस पार्टी अपनी ज़िम्मेदारी निभाने हुए 500 बसें (Bus) गाज़ीपुर बार्डर गाज़ियाबाद और 500 बसें नोएडा बार्डर से चलाना चाहती है। इसका पूरा खर्चा कांग्रेस पार्टी करेगी। कांग्रेस महासचिव ने कहा है कि मजदूर राष्ट्र के निर्माता हैं। इनको इस तरह से नहीं छोड़ा जा सकता। प्रियंका का यह पत्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने सीएम कार्यालय पहुंचकर दिया।
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क्या सरकार का काम सिर्फ बयानबाजी करना रह गया है?
प्रियंका गांधी ने अपने इस पत्र (Letter) में लिखा कि लाखों की संख्या में उत्तर प्रदेश के मजदूर देश के कोने-कोने से पलायन कर वापस लौट रहे हैं। लगातार सरकार द्वारा की गई घोषणाओं के बावजूद पैदल आ रहे इन मजदूरों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचने की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। उन्होंने पत्र में कहा है कि प्रदेश में अब तक क़रीब 65 मजदूरों की अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो चुकी है, जो सूबे में कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या से भी अधिक है। कांग्रेस महासचिव ने सवालिया लहजे में कहा कि या तो सरकार को कुछ दिख नहीं रहा या वो सब कुछ देख के अनजान बनी हुई है। क्या सरकार का काम सिर्फ बयानबाजी करना रह गया है?