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चंडीगढ़-सोलन फोरलेन निर्माण की रिटायर्ड जज से जांच करवाएं: टिकेंद्र पंवर
शिमला। चंडीगढ़-सोलन फोरलेन (Chandigarh Solan Four lane) पर आए दिन हो रहे लैंडस्लाइड (Landslide) को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर टिकेंद्र पंवर ने सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज (Retired Judge) की अध्यक्षता में इसकी जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने यहां एक प्रेस वार्ता में फोरलेन निर्माण कार्य में अनियमितता का आरोप लगाया है।
पहाड़ की सीधी कटिंग से लैंडस्लाइड का खतरा
उन्होंने कहा कि पहाड़ों पर कटिंग सीड़ीनुमा (Staircase) होती है, लेकिन सोलन-चंडीगढ़ और मनाली-चंडीगढ़ में फोरलेन बनाते समय सीधी कटिंग की गई है, जो कि नियमो का उलंघन है। सीधी कटिंग के चलते बार-बार लैंडस्लाइड होते हैं, जिससे आए दिन सड़कें बन्द हो रही हैं। निर्माण कार्य की जांच के लिए कमिश्नर की इंक्वायरी (Enquiry) होनी चाहिए, जिसमें सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त जज के देखरेख में जांच हो और नियमों का उल्लंघन कर रही कंपनी पर भी सख्त कार्रवाई की जाए।
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400 करोड़ का प्रोजेक्ट, 900 करोड़ का टेंडर
टिकेंद्र पंवर ने पानी का वितरण कर रही कंपनी एसजेपीएनएल (SJPNL) पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने इस कंपनी को बंद कर नगर निगम (Nagar Nigam) को जल वितरण का जिम्मा सौंपने की मांग की। उन्होंने कहा कि एसजेपीएनएल कंपनी में नियमों को ताक पर रखकर टेंडर दिए जा रहे हैं। पानी, सीवरेज का जो 400 करोड़ का प्रोजेक्ट था, उसका 900 करोड रुपए का टेंडर एक कंपनी को दिया गया। केवल दो कंपनियां ही टेंडर में शामिल हुईं, जबकि टेंडर के लिए तीन कंपनियों का होना जरूरी है। सरकार इसकी जांच के लिए एसआईटी (SIT) का गठन करे।